रायबेरली: लॉकडाउन के दौरान नकदी की कमी से जूझ रहे लोगों को घर बैठे उनके खातों से कैश मुहैया कराने में डाक विभाग ने कीर्तिमान स्थापित किया है. कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए लॉकडाउन के पहले चरण से ही 'आधार इनेबल्ड पेमेंट सर्विस' के जरिए घरों तक नकदी पहुंचाने का काम किया जा रहा था. विभाग के अधिकारी अब दावा कर रहे है कि संकट काल मे रायबरेली मंडल के इस अभूतपूर्व प्रदर्शन के बलबूते पूरे जोन में बेहतरीन परफॉर्मेंस देने में कामयाबी हासिल की है.
डाक विभाग ने 60 हजार लोगों तक पहुंचाए पैसे
रायबरेली के डाक अधीक्षक सुनील कुमार सक्सेना ने बताया कि लॉकडाउन के दिनों में जब लोगों को घरों से बाहर निकलने पर मनाही थी. साथ ही बमुश्किल घरों से निकलकर जब लोग बैंक पहुंचते थे, तब संक्रमण की जद में आने का भी डर था. वहीं संकट के इस दौर में लोगों को उनके घरों पर बेहद सुरक्षित माध्यम से पैसे पहुंचाने का बीड़ा डाक विभाग ने उठाया था. उन्होंने बताया कि, 3 चरणों के लॉकडाउन तक रायबरेली मंडल के करीब 60 हजार लोगों तक यह सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है. इस दौरान 10 करोड़ की धनराशि भी निर्गत की गई है.
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लॉकडाउन के 3 चरणों के बाद 18 मई को चौथे चरण के पहले दिन सुबह पांच बजे से ही इस सुविधा की शुरुआत की गई थी. साथ ही एक दिन में 15 हजार खाता धारकों तक पहुंचने का लक्ष्य लेकर दोपहर दो बजे तक छह हजार की संख्या को प्राप्त किया जा चुका है.
साथ ही इस कवायद में करीब 3 सौ से ज्यादा डाक कर्मियों को लगाने की बात भी कही जा रही है. डाक अधीक्षक सुनील कुमार सक्सेना दावा करते है कि रात दस बजे तक इस लक्ष्य को हर हाल में पूरा किया जा सकेगा.