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रायबरेली: सरकारें आई और गईं लेकिन, हैबतपुर गांव में नहीं बन सका पुल... - सपा

यूपी के रायबरेली में हैबतपुर गांव और लोधवारी गांव के लोग सालों से सई नदी पर एक पुल का निर्माण कराने की मांग कर रहे हैं. लेकिन आज तक यहां पुल का निर्माण नहीं हो सका है. दोनों गांवों के लोगों को नाव से नदी को पार करना पड़ता है. इससे लोगों की जान को खतरा रहता है.

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नाव.
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Published : Oct 9, 2020, 2:09 PM IST

Updated : Oct 9, 2020, 2:41 PM IST

रायबेरली: जिले के सदर तहसील में सई नदी के किनारे बसे कोला हैबतपुर और लोधवारी गांव के निवासी बरसों से पुल निर्माण की मांग कर रहे हैं. लेकिन ग्रामीणों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है.

पुल न बनने से परेशान गांव के लोग.

सदर तहसील के कोला हैबतपुर के निवासी दिलीप कुमार का कहना है कि सई नदी के एक किनारे पर कोला हैबतपुर गांव है और दूसरी ओर 52 पुरवे का लोधवारी गांव है. इन दोनों गावों को जोड़ने के लिए पुल की दरकार है. लेकिन, पुल न होने के कारण ग्रामीण नाव के सहारे ही दूरी तय करते हैं. कई बार जन प्रतिनिधियों के सामने भी पुल की मांग रखी गई पर अभी तक किसी ने कोई ठोस पहल नहीं की. पूर्व विधायक अखिलेश सिंह ने कुछ प्रयास किए थे. उनके निधन के बाद से किसी ने पुल निर्माण की सुध नहीं ली. हालांकि नदी पर पुल के निर्माण को लेकर ग्रामीण अभी भी शासन-प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं.

स्थानीय निवासी सरला का कहना है कि नाव के जरिए ही आना-जाना पड़ता है. जो काफी जोखिम भरा है. शाम को 7 बजने के बाद अंधेरा होते ही नाव का संचालन बंद हो जाता है. सड़क मार्ग से जाने में करीब 20-25 किमी की पड़ती है. यही कारण है कि लोग इस रास्ते के सहारे ही रहते है. बरसात के दिनों में जब नदी में बढ़ जाता है तो हालात और कठिन हो जाते हैं.

कांग्रेस जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी कहते हैं कि यूपीए शासनकाल के दौरान स्थानीय सांसद सोनिया गांधी ने जिले के कई बेहद जरूरी पुलों के निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र लिखा था. प्रदेश की सत्ता में रहे राजनीतिक दलों ने हमेशा से रायबरेली के साथ सौतेला व्यवहार किया है. उसी का नतीजा है कि सालों से पुल नहीं बन सका. लगभग तीन दशकों से प्रदेश की सत्ता से दूर कांग्रेस जब भी सूबे के कमान संभालेगी ऐसे स्थलों पर पुल जरूर बनाए जाएंगे. भले ही वो पगडंडी वाले पुल ही क्यों ना हो.

वहीं, समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र यादव ने कहा कि, वर्तमान में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी का जनहित से जुड़े मुद्दे से कोई सरोकार नहीं है. प्रदेश में जब भी सपा की सरकार सत्ता में वापसी करेगी तो कोला हैबतपुर और लोधवारी के बीच का पुल जरूर बनेगा.

उधर, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता आरबी सिंह ने दावा किया कि कोरचंदा मऊ गांव के स्थल पर सई नदी पुल निर्माण का शिलान्यास बीते साल डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने किया था. भले ही यह थोड़ी दूरी पर है. बावजूद इसके कोला हैबतपुर और लोधवारी के गांव के ग्रामीणों को भी इस पुल से विशेष लाभ मिलेगा. कोरोना के कारण पुल के निर्माण कार्य में थोड़ी देरी हुई है लेकिन, यह काम जल्द पूरा होगा.

रायबेरली: जिले के सदर तहसील में सई नदी के किनारे बसे कोला हैबतपुर और लोधवारी गांव के निवासी बरसों से पुल निर्माण की मांग कर रहे हैं. लेकिन ग्रामीणों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है.

पुल न बनने से परेशान गांव के लोग.

सदर तहसील के कोला हैबतपुर के निवासी दिलीप कुमार का कहना है कि सई नदी के एक किनारे पर कोला हैबतपुर गांव है और दूसरी ओर 52 पुरवे का लोधवारी गांव है. इन दोनों गावों को जोड़ने के लिए पुल की दरकार है. लेकिन, पुल न होने के कारण ग्रामीण नाव के सहारे ही दूरी तय करते हैं. कई बार जन प्रतिनिधियों के सामने भी पुल की मांग रखी गई पर अभी तक किसी ने कोई ठोस पहल नहीं की. पूर्व विधायक अखिलेश सिंह ने कुछ प्रयास किए थे. उनके निधन के बाद से किसी ने पुल निर्माण की सुध नहीं ली. हालांकि नदी पर पुल के निर्माण को लेकर ग्रामीण अभी भी शासन-प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं.

स्थानीय निवासी सरला का कहना है कि नाव के जरिए ही आना-जाना पड़ता है. जो काफी जोखिम भरा है. शाम को 7 बजने के बाद अंधेरा होते ही नाव का संचालन बंद हो जाता है. सड़क मार्ग से जाने में करीब 20-25 किमी की पड़ती है. यही कारण है कि लोग इस रास्ते के सहारे ही रहते है. बरसात के दिनों में जब नदी में बढ़ जाता है तो हालात और कठिन हो जाते हैं.

कांग्रेस जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी कहते हैं कि यूपीए शासनकाल के दौरान स्थानीय सांसद सोनिया गांधी ने जिले के कई बेहद जरूरी पुलों के निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र लिखा था. प्रदेश की सत्ता में रहे राजनीतिक दलों ने हमेशा से रायबरेली के साथ सौतेला व्यवहार किया है. उसी का नतीजा है कि सालों से पुल नहीं बन सका. लगभग तीन दशकों से प्रदेश की सत्ता से दूर कांग्रेस जब भी सूबे के कमान संभालेगी ऐसे स्थलों पर पुल जरूर बनाए जाएंगे. भले ही वो पगडंडी वाले पुल ही क्यों ना हो.

वहीं, समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र यादव ने कहा कि, वर्तमान में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी का जनहित से जुड़े मुद्दे से कोई सरोकार नहीं है. प्रदेश में जब भी सपा की सरकार सत्ता में वापसी करेगी तो कोला हैबतपुर और लोधवारी के बीच का पुल जरूर बनेगा.

उधर, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता आरबी सिंह ने दावा किया कि कोरचंदा मऊ गांव के स्थल पर सई नदी पुल निर्माण का शिलान्यास बीते साल डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने किया था. भले ही यह थोड़ी दूरी पर है. बावजूद इसके कोला हैबतपुर और लोधवारी के गांव के ग्रामीणों को भी इस पुल से विशेष लाभ मिलेगा. कोरोना के कारण पुल के निर्माण कार्य में थोड़ी देरी हुई है लेकिन, यह काम जल्द पूरा होगा.

Last Updated : Oct 9, 2020, 2:41 PM IST
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