रायबरेली: जनपद में कैटल सेंसस की प्रक्रिया को सफलता पूर्वक सम्पन्न कराने में पशु चिकित्सा विभाग कामयाब रहा. कैटल सेंसस के आंकड़ों के अनुसार पिछली सेंसस की अपेक्षा इस बार की गणना में करीब 22 हजार का इजाफा हुआ है.
पशु गणना हुई संपन्न-
- शासन की मंशा के अनुरूप इस बार गणना की प्रक्रिया को पशु पालन से जुड़े विभागीय लोगों ने ही पूरा किया है.
- इसीलिए विशेषज्ञ इस गणना को ज्यादा भरोसेमंद मान रहे हैं.
- गौवंशीय, महिषवंशी, हाथी, गधा, खच्चर , घोड़ा और कुत्ते, बिल्ली समेत अन्य आवारा पशुओं को भी गणना में शामिल किया गया है.
- 20वीं पशु गणना के विशेषताओं का खुलासा करते हुए जनपद के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि
- इसके साथ ही जीपीएस युक्त डिवाइस से डोर टू डोर जाकर पूरी प्रक्रिया को अंजाम दिया गया है.
- हाईटेक तरीके से अंजाम दी गयी गणना में त्रिस्तरीय तरीके से स्क्रीनिंग का प्रावधान था.
- पूर्व के अवसरों में कैटल सेंसस की प्रक्रिया राजस्व कर्मियों के जरिए पूरी की जाती रही है.
रायबरेली जनपद में कैटल सेंसस की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. वर्ष 2012 में हुई पिछली सेंसस की अपेक्षा इस वर्ष में करीब 20 - 22 हजार पशुओं की वृद्धि हुई है. वर्ष 2012 के सेंसस के अनुसार जनपद में 5 लाख 33 हजार 237 हाउस होल्ड पशुओं की गणना हुई थी.
-डॉ. गजेंद्र सिंह चौहान,मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी