रायबरेलीः शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का जिला न्यायालय परिसर में आयोजन किया गया. जिसमें करीब 63 हजार से ज्यादा मामलों का निस्तारण किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला न्यायाधीश अब्दुल शाहिद ने की. जिसकी शुरूआत मां सरस्वती की प्रतिमा के सामने दीप जलाने के साथ हुआ. कई किस्मों के वादों को सरलता से निपटारे के मकसद से आयोजित इस लोक अदालत में बड़ी संख्या में मुकदमें लाये गये. बैंकों और कई सरकारी विभागों के अधिकारी मौके पर मौजूद होकर मामलों के निपटारे पर जोर देते दिखे.
पारिवारिक मामलों से जुडे़ मसलों का भी निस्तारण
राष्ट्रीय लोक अदालत के आयोजन के दौरान प्रधान न्यायाधीश-पारिवारिक न्यायालय की निगरानी में कुटुम्ब न्यायालय के 45 मामलों का निस्तारण किया गया. इसके साथ ही 10 से अधिक शादीशुदा जोड़ों को सुलह कराकर वापस दोबारा दाम्पत्य जीवन शुरु करने की रजामंदी कराकर भेजा गया.
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव मयंक जायसवाल ने बताया कि शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत के आयोजित कार्यक्रम में कुल 75,489 मुकदमे जिला न्यायालय के कई न्यायालयों और जिले के दूसरे राजकीय विभागों ने नियत किये थे. जिसमें से जिला न्यायालयों में 596 मामलों का निस्तारण किया गया. इसके अलावा जनपद के दूसरे राजकीय विभागों समेत बैंकों के 62 हज़ार 606 मामले निस्तारित किये गये है. कुल मिलाकर 63,202 मामले एक दिन में निस्तारित करने में कामयाबी हासिल की गई है. इस दौरान 6 करोड़ 24 लाख 95 हज़ार 92 रुपये के बाबत आदेश पारित किए गये. राष्ट्रीय लोक अदालत के इस आयोजन को सफल बनाने के मकसद से कार्यक्रम में खुद जिला जज अब्दुल शाहिद के अलावा प्रधान न्यायाधीश-पारिवारिक न्यायालय रवीन्द्र विक्रम सिंह, चेयरमैन-मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण गुरप्रीत सिंह बावा, प्रथम अपर जिला जज ज़ैगम उद्दीन, अपर जिला जज उदयवीर सिंह (नोडल अधिकारी, राष्ट्रीय लोक अदालत) की मौजूदगी भी दर्ज की गई.