रायबरेली: सारे देश मे कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन चल रहा है, जिसकी वजह से सभी समारोह पर रोक लगी है. इस दौरान कई लोगों ने उनके घर पर होने वाली शादियों को स्थगित कर दिया, लेकिन जिले में रविवार को सरेनी क्षेत्र के डिघिया में लॉकडाउन के दौर में भी एक युगल ने शादी के फेरे लिए और दोनों को विवाह हुआ. लेकिन ये विवाह सादगी से और प्रशासन की अनुमति से सम्पन्न हुआ. बारात में सिर्फ पांच व्यक्ति ही शामिल हुए और रीति रिवाज के दौरान चेहरों पर मास्क और सोशल डिस्टेंटिंग का पालन किया गया.
जानकारी के अनुसार उन्नाव जिले के बिहार थाना क्षेत्र के नया खेड़ा गांव के निवासी अनुज का विवाह रायबरेली के सरेनी क्षेत्र के डिघिया गांव निवासी राम नरेश की पुत्री अनुपम के साथ 26 अप्रैल के दिन होना तय हुआ था. अनुज की मां बीमार रहती है और वो दुबई में सटरिंग का काम करता है और पिछले एक साल से वो यहीं पर है. लॉकडाउन के कारण इन दोनों के विवाह होने में समस्या आ रही थी. उधर मां की बीमारी के चलते विवाह को टाला भी नहीं जा सकता था. तब अनुज ने बिहार थाने जाकर अपनी समस्या बताई और शादी की अनुमति मांगी, तो पुलिस ने भी सोशल डिस्टेंटिंग व मानक के साथ शादी करने की अनुमति देते हुए कहा कि बारात में सिर्फ 5 लोग ही शामिल हो सकते हैं और उन्हें नियमों का पालन करना होगा.
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इस तरह अनुज बारात लेकर अनुपम के घर पहुंचा और बिना बैंड बाजा के सादगी से रीति रिवाजों के साथ उन दोनों का विवाह संपन्न हुआ. क्षेत्र में ये विवाह इस समय चर्चा का केंद्र बना हुआ है. दूल्हे अनुज ने बताया कि बारात में सिर्फ 5 लोगों को ही लाया गया है. लॉकडाउन का पालन करते हुए विवाह सम्पन्न हो गया है.
अनुज और अनुपम का लॉकडाउन के दौरान हुआ ये विवाह क्षेत्र में लोगों की जुबान पर चर्चा का विषय बना हुआ है. साथ ही इस विवाह ने लोगों के सामने एक नजीर भी पेश की कि सादगी से भी शादी की जा सकती है.