रायबरेली: कोविड-19 से बचाव को लेकर शासन की पहल पर अब स्थानीय प्रशासन भी अमल करता दिख रहा है. एक तरफ जहां स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग कोरोना के संदिग्धों को लगातार निगरानी में रखकर उपचार करने की बात कह रहा है. वहीं गैर प्रांतों से आए हुए लोगों को ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों में रोककर क्वारंटाइन के लिए लगातार निगरानी रखी जा रही है.
दूसरी तरफ परिस्थितियों के बिगड़ने और किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा ऐहतियातन कदम उठाते हुए कुछ प्रमुख होटल समेत मुंशीगंज के मेडिकल इंस्टिट्यूट को भी जिला प्रशासन द्वारा अधिग्रहित किया जा चुका है. होटलों में जहां चिकित्सकों समेत मेडिकल स्टॉफ के रखे जाने की तैयारी है. वहीं मेडिकल इंस्टीट्यूट पर कोरोना पीड़ितों के परिवारजनों को रखा जाएगा.
मेडिकल इंस्टीट्यूट को बनाया जाएगा क्वारंटाइन सेंटर
दरअसल, बीते कई दिनों से जिले में कोरोना से जुड़े संदिग्ध मरीजों का जिला चिकित्सालय में उपचार लगातार चल रहा है. इस दौरान शासन की तरफ से संभावित नए सेंटर्स को भी चुने जाने की कवायद शुरु करने के निर्देश स्थानीय प्रशासन को जारी किए गए. इसी क्रम में प्रशासन द्वारा रायबरेली शहर के सारस होटल, ओम क्लार्क, व शांति इन समेत कुल चार होटलों को डॉक्टर और अन्य मेडिकल स्टाफ के लिए चुना गया है. वहीं मुंशीगंज के निकट बने कृपालु इंस्टीट्यूट को कोरोना के संदिग्ध मरीजों के परिवारीजनों के लिए क्वारंटाइन सेंटर के लिए बनाया गया है.