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रायबरेली: प्रधानमंत्री आवास योजना में गड़बड़ी, अभी भी झोपड़ी में रह रहे पात्र

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Published : Feb 6, 2020, 3:21 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:19 PM IST

यूपी के रायबरेली में ऊंचाहार क्षेत्र के कई गांवों में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिलने वाले आवास पात्रों के बजाय अपात्रों को मिल रहा है. पात्र व्यक्ति आज भी झोपड़ी में रहने को मजबूर है. वहीं इस मामले पर मुख्य विकास अधिकारी का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है, जांच कर कार्रवाई की जाएगी.

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प्रधानमंत्री आवास योजना में गड़बड़ी.

रायबरेली: देश के प्रधानमंत्री मोदी गरीबों और असहायों को एक अदद छत मुहैया कराने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उन्हें घर देने का दावा जरूर करते हैं, लेकिन उन दावों की पोल उस समय खुल जाती है. जब इस योजना का लाभ पात्र व्यक्ति को नहीं बल्कि अपात्रों को जरूर मिल जाता है. कुछ ऐसा ही हुआ है रायबरेली के ऊंचाहार क्षेत्र के कई गांवों दलेरगंज,इटौरा बुजुर्ग में जंहा पात्र व्यक्ति आज भी झोपड़ी में रह रहे है और अपात्रों को आवास मिल गए है.

प्रधानमंत्री आवास योजना में गड़बड़ी.
  • झिल्ली और घास फूस से बनी ये झोपड़ियां उन गरीबों की है, जिनके पास रहने के लिए एक छत नहीं है.
  • बारिश,सर्दी और गर्मी से बचने के लिए इनको इसका ही सहारा है.
  • प्रधानमंत्री आवास योजना से इन गरीबों को ये उम्मीद जरूर जगी थी कि अब इनको भी एक छत मिलेगी.

इसे भी पढ़ें- रायबरेली: मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष समेत कई सपाई गिरफ्तार

इसके लिए इन्होंने भाग दौड़ करके अपना नाम भी सूची में डलवाया, लेकिन जब आवास मिलने का समय आया तो ये पीछे रह गए और आवास उनको मिल गया जो पात्र नहीं थे. इन्होंने इसके लिए अधिकारियों से गुहार भी लगाई, लेकिन इनकी सुनने वाला कोई नहीं था.

वहीं जब मामले पर मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल से बात की गई तो उन्होंने हमेशा की तरह रटा रटाया जवाब दिया कि मामला संज्ञान में आया है. जांच कर कार्रवाई की जाएगी.

रायबरेली: देश के प्रधानमंत्री मोदी गरीबों और असहायों को एक अदद छत मुहैया कराने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उन्हें घर देने का दावा जरूर करते हैं, लेकिन उन दावों की पोल उस समय खुल जाती है. जब इस योजना का लाभ पात्र व्यक्ति को नहीं बल्कि अपात्रों को जरूर मिल जाता है. कुछ ऐसा ही हुआ है रायबरेली के ऊंचाहार क्षेत्र के कई गांवों दलेरगंज,इटौरा बुजुर्ग में जंहा पात्र व्यक्ति आज भी झोपड़ी में रह रहे है और अपात्रों को आवास मिल गए है.

प्रधानमंत्री आवास योजना में गड़बड़ी.
  • झिल्ली और घास फूस से बनी ये झोपड़ियां उन गरीबों की है, जिनके पास रहने के लिए एक छत नहीं है.
  • बारिश,सर्दी और गर्मी से बचने के लिए इनको इसका ही सहारा है.
  • प्रधानमंत्री आवास योजना से इन गरीबों को ये उम्मीद जरूर जगी थी कि अब इनको भी एक छत मिलेगी.

इसे भी पढ़ें- रायबरेली: मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष समेत कई सपाई गिरफ्तार

इसके लिए इन्होंने भाग दौड़ करके अपना नाम भी सूची में डलवाया, लेकिन जब आवास मिलने का समय आया तो ये पीछे रह गए और आवास उनको मिल गया जो पात्र नहीं थे. इन्होंने इसके लिए अधिकारियों से गुहार भी लगाई, लेकिन इनकी सुनने वाला कोई नहीं था.

वहीं जब मामले पर मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल से बात की गई तो उन्होंने हमेशा की तरह रटा रटाया जवाब दिया कि मामला संज्ञान में आया है. जांच कर कार्रवाई की जाएगी.

Intro:नोट- फीड रैप से सेंड की गई है।

देश के प्रधानमंत्री मोदी गरीबो व असहायों को एक अदद छत मुहैया कराने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उन्हें घर देने का दावा जरूर करते है लेकिन उन दावों की पोल उस समय खुल जाती है जब इस योजना का लाभ पात्र व्यक्ति को नही बल्कि अपात्रो को जरूर मिल जाता है।कुछ ऐसा ही हुआ है रायबरेली के ऊंचाहार क्षेत्र के कई गांवों दलेरगंज,इटौरा बुजुर्ग में जंहा पात्र व्यक्ति आज भी झोपड़ी में रह रहे है और अपात्रो को आवास मिल गए है।Body:झिल्ली और घास फूस से बनी ये झोपड़ियां उन गरीबो की है जिनके पास रहने के लिए एक छत नही है।बारिश,सर्दी और गर्मी से बचने के लिए इनको इसका ही सहारा है।प्रधानमंत्री आवास योजना से इन गरीबो को ये उम्मीद जरूर जगी थी कि अब इनको भी एक छत मिलेगी इसके लिए इन्होंने भाग दौड़ करके अपना नाम भी सूची में डलवाया लेकिन जब आवास मिलने का समय आया तो ये पीछे रह गए और आवास उनको मिल गया जो पात्र नही थे।इन्होंने इसके लिए अधिकारियों से गुहार भी लगाई लेकिन इनकी सुनने वाला कोई नही था।

बाईट- शिवप्रसाद (पीड़ित)

वही जब मामले पर मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल से बात की गई तो उन्होंने हमेशा की तरह रटा रटाया जवाब दिया कि मामला संज्ञान में आया है जांच कर कार्यवाही की जाएगी।

बाईट- अभिषेक गोयल (मुख्य विकास अधिकारी रायबरेली)Conclusion:
अब देखना ये होगा कि साहब जांच कर कार्यवाही करते है या हमेशा की तरह ये मामला भी ठंडे बस्ते में चला जायेगा।

प्रभाकर त्रिपाठी
रायबरेली
9984524647
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:19 PM IST
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