रायबरेली: जिले में गत 2 अगस्त को घरेलू विवाद की शिकार पीड़ित महिला न्याया की आस में दर-दर भटक रही है. पुलिस थाने से न्याय नहीं मिला तो वह सोमवार को अपने पति से साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची. एसपी कार्यालय पहुंचने के बाद रुकसाना ने अपनी व्यथा बताई और आरोपियों की बर्बरता भी दिखाई. एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी पीड़ित को न्याय नहीं मिला है.
रुकसाना ने बताया कि 2 अगस्त को उसकी देवरानी से वाद -विवाद हो गया था, जिस पर उसकी देवरानी ने अपने पति और भाइयों को बुला लिया. उसने बताया कि घटना के समय उसका पति भी घर पर नहीं था. वह काम के सिलसिले में बाहर रहता है. उसको अकेला पाकर देवरानी नीलू, देवर बाबू और उसके दो भाइयों सैफी और जीशान ने लाठी-डंडों और लोहे की रड से उस पर हमला कर दिया.
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शोरगुल सुनकर आस-पास के लोग मौके पर पहुंचे तो हमलावर जान से मारने की धमकी देते हुए भाग खड़े हुए. उसने आरोप लगाया कि उसका मोबाइल, गले की लॉकेट और घर में रखे पैसे भी वो ले गए. वह किसी तरह चौकी पहुंची तो चौकी इंचार्ज ने उससे रिश्वत की मांग की. उसने आरोप लगाया कि एक सप्ताह गुजर जाने के बाद भी आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी तो वे सीधे न्याय के लिए एसपी के पास पहुंची.
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