रायबरेली: जिले में बोर्ड परीक्षा के नकल विहीन संचालन के बाद अब पारदर्शी तरीके से मूल्यांकन किए जाने की रणनीति बनाई जा रही है. माध्यमिक शिक्षा विभाग के अलावा जिला प्रशासन भी इसको लेकर सतर्क नजर आ रहा है. इसी के तहत मूल्यांकन केंद्रों के सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सजगता बरती जा रही है.
बोर्ड परीक्षा की कॉपी जांचने के लिए बनाये गए 4 मूल्यांकन केंद्र-
परिषद द्वारा हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन कार्य में किसी भी लापरवाही से बचने के लिए स्पष्ट निर्देश पहले से ही जारी किए जा चुके हैं. जनपद में इस बार कुल 4 मूल्यांकन केंद्र बनाने का निर्णय लिया गया है. राजकीय इंटर कॉलेज के अलावा जीजीआईसी, एमजीआईसी, वैदिक इंटर कॉलेज समेत सभी केन्द्रों पर सख्त पहरे में कॉपियों का मूल्यांकन किया जाएगा.
1400 परीक्षकों की परिषद ने जारी की लिस्ट-
निष्पक्ष मूल्यांकन पूरा करने के मकसद से 1400 परीक्षकों की परिषद द्वारा लिस्ट जारी की गई है. जिन्हें 16 मार्च से मूल्यांकन शुरू कर 26 मार्च तक पूरा करने के निर्देश जारी किये गए हैं. इस दौरान गैर जनपदों से आई लगभग साढ़े तीन लाख कॉपियों का भी मूल्यांकन किया जाना है. चारों मूल्यांकन केंद्रों पर इस बार खाकी का सख्त पहरा रहेगा. साथ ही मुख्य गेट से लेकर अंदर तक सुरक्षा में सशस्त्र पुलिसकर्मी के तैनाती की बात भी कही जा रही है. वहीं मूल्यांकन कार्य के दौरान मोबाइल का उपयोग पूरी तरह वर्जित रहेगा. सभी परीक्षक सीसीटीवी कैमरे व वॉइस रिकॉर्डर की निगरानी में कॉपी जांचेंगे.
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शासन की मंशा के अनुरुप जिले में मूल्यांकन कार्य को निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से सम्पन्न कराएं जाने की योजना है. इस कार्य में 1400 परीक्षकों की तैनाती की गई है. जिले में सभी 4 परीक्षा केंद्रों पर सख्त निगरानी में मूल्यांकन किया जाएगा. मूल्यांकन केंद्रों में वहां के प्रधानाचार्य को उपनियंत्रक की जिम्मेदारी सौंपी गई है. साथ ही हर केंद्र पर 2 पर्यवेक्षक भी नामित किए गए. किसी भी सूरत में मूल्यांकन को लेकर कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
चंद्रशेखर मालवीय, डीआईओएस, रायबरेली