रायबरेली: देश में इस समय बिजली की कमी को लेकर हाहाकार मचा है. इस दौरान बिजली विभाग भी बिजली चोरों पर शिकंजा कसने को लगातार छापेमारी कर रही है और बकायेदारों से बकाया वसूलने में जुटी है. इस बीच उसे कई जगहों पर विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है. ताजा मामला रायबरेली के परशदेपुर से सामने आया है, जहां एक राइस मिल में बिजली चोरी की सूचना पर जांच करने पहुंची विद्युत विभाग की टीम को मिल में मौजूद कर्मियों ने जबरन बंधक बना लिया. वहीं, इस टीम के एक सदस्य ने उक्त घटना की सूचना उच्चाधिकारियों की दी. जिसके बाद अधिकारी ने इस मामले से जिलाधिकारी को अवगत कराया और उनके आदेश पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के मिल में जाने पर बंधक बनाए गए विद्युत विभाग के कर्मियों को मुक्त कराया जा सका.
इतना ही नहीं पुलिस की मौजूदगी में राइस मिल में लगे मीटर को विद्युत विभाग के कर्मियों ने खोला और फिर उसे जांच के लिए अपने साथ ले गए. बताया जा रहा है कि ये राइस मिल भाजपा नेता व पूर्व विधायक का है. इसलिए विभाग भी खामोशी अख्तियार किए हुए हैं.प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिले के परशदेपुर कस्बे में एक राइस मिल में करोड़ों की बिजली चोरी करने की सूचना विभाग को मिली थी. जिसपर मंगलवार को विभागीय टीम देर शाम जांच के लिए मिल पहुंची थी. इस बीच मिल में मौजूद कर्मचारियों ने इसकी सूचना मिल संचालकों को दे दी. इसके बाद टीम को मिल के कर्मचारियों ने जबरन रोक लिया और उन्हें एक घंटे तक बंधक बनाए रखा.
जिसपर टीम के एक सदस्य ने मामले की सूचना अपने उच्चाधिकारी को दी. कर्मचारियों के जबरन रोके जाने की सूचना पर अधिकारी ने जिलाधिकारी से बातकर उन्हें पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया. जिसके बाद डीएम के आदेश पर क्षेत्रीय एसडीएम व पुलिस मौके पर पहुंच बंधक बनाए गए विद्युत विभाग के कर्मियों को मुक्त कराया.
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