रायबरेली: केंद्र सरकार के सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय द्वारा राष्ट्र को नशा मुक्त करने के दिशा में ठोस पहल की जा रही है. पन्द्रह अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर से शुरू हुए इस अभियान के तहत देशभर के 272 जनपदों में रायबरेली को भी शामिल किया गया है. अब अभियान को धार देने के मकसद से जिले में जल्द ही नशा मुक्ति केंद्र संचालित किए जाने की तैयारी है.
इस बाबत शासन से निर्देश मिलने के बाद स्थानीय स्तर पर भी कवायद शुरू हो गई है. चिकित्सा व स्वास्थ्य महकमे के जिले के मुखिया सीएमओ को समाज कल्याण विभाग द्वारा पत्र लिखकर केंद्र के लिए जगह मुहैया कराने की बात कही गई है. सब कुछ ठीक ठाक रहा तो जल्द ही केंद्र का संचालन शुरू किया जा सकेगा. नशा मुक्ति के इस केंद्र को एटीएफ( एडिक्शन ट्रीटमेंट फैसिलिटी) के नाम से भी जाना जाएगा और संभवतः जिला अस्पताल से जुड़े परिसर में ही इसका संचालन करने की तैयारी है.
दरअसल समाज को नशा मुक्त करने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए केंद्र सरकार ने इस पायलट प्रोजेक्ट में रायबरेली समेत यूपी के 33 जिलों और देशभर के 272 जनपदों को शामिल किया है. नशा मुक्ति केंद्र की स्थापना के साथ ही 50 बेड का हॉस्पिटल संचालित करने का निर्णय लिया गया है. इस अस्पताल में लोगों की भर्ती करके नशा मुक्ति का इलाज किया जाएगा. नेशनल ड्रग डिपेंडेंस ट्रीटमेंट सेंटर एम्स दिल्ली की देखरेख में इस एटीएफ सेंटर का संचालन किया जाएगा.
रायबरेली की जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनीता सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार जिला स्तरीय कमेटी गठित कर दी गई है. कमेटी का अध्यक्ष डीएम होंगे, इसके अलावा पुलिस अधीक्षक व सीएमओ समेत जिला जज द्वारा नामित अधिकारी को भी शामिल किया गया है. कमेटी के सचिव की जिम्मेदारी जिला समाज कल्याण अधिकारी को सौंपी गई है. साथ ही 2 एनजीओ व शिक्षा विभाग के अधिकारी और 2 सेवानिवृत्त अधिकारी को भी शामिल किया गया है. नशा मुक्ति अभियान के तहत एटीएफ सेंटर खोला जाना है. इस संबंध में सीएमओ को पत्र भी भेजा जा चुका है, जल्दी इसकी शुरुआत की जाएगी.