रायबरेली: दरअसल, ये मामला जिले के ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के एक गांव का है. जानकारी के अनुसार पीड़िता घर पर अकेली थी, उसी समय गांव के कुछ दबंग घर में घुस गए, और लड़की के साथ दुष्कर्म करने की कोशिश करने लगे. जब लड़की ने विरोध किया और चीखपुकार मचाई तो उसके पिता बचाने के लिए मौके पर पहुंच गए. लेकिन दबंगों की दबंगई देखिए, दबंगों ने लड़की और उसके पिता को पीटना शुरू कर दिए. उसके बाद फरार हो गए.
ये पूरी वारदात वहां मौजूद एक शख्स ने अपनी मोबाइल में कैद कर लिया. और उसने ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वहीं किसी तरह पीड़ित परिजन घायल पीड़िता और उसके पिता को लेकर थाने पहुंचे.
लेकिन हैरानी की बात देखिए, थाने में तैनात दरोगा ने बदतमीजी करते हुए एफआईआर लिखने से मना कर दिया. इस पूरे मामले पर रायबरेली पुलिस से जब मीडिया ने बात करने की कोशिश की, तो सीओ सिटी गोपी नाथ सोनी ने मामले की गम्भीरता को बिना समझे, ये कह दिया कि इस मामले पर डलमऊ सीओ ही कुछ कह सकते है.
जब प्रदेश के दारोगा अपनी ड्यूटी इस तरह निभाएंगे, तो कैसे मजलुमों को न्याय मिलेगा. एक तरफ प्रदेश की योगी सरकार अपराधियों पर अंकुश लगाने और रेप जैसे जघन्य अपराध पर कड़ी कार्रवाई कर न्याय दिलाने की बात कह रही है, वहीं रायबरेली के पुलिस अधिकारी ऐसे मामलों में अपना पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं.
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