रायबरेली: प्रदेशभर में रविवार को आयोजित हुई केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) के दौरान सॉल्वर गैंग को एसटीएफ ने बेनकाब किया था. सॉल्वर गैंग का सरगना रायबरेली के बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात एक शिक्षक पाया गया. प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक का सॉल्वर गैंग के सरगना होने की खबर से पूरे विभाग में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में रायबरेली के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शिक्षक के सस्पेंशन का फरमान जारी किया था. अब विभाग निलंबित शिक्षक की सेवा समाप्ति की कार्यवाही की तैयारी कर रहा है. एक समिति का गठन करके जल्द ही शिक्षक पर एक्शन लिए जाने के दावा बीएसए कर रहे हैं.
सहायक अध्यापक निकला सॉल्वर गैंग का सरगना
एसटीएफ ने प्रयागराज से गिरफ्तार किए गए सॉल्वर गैंग के चार सदस्यों में सरगना धर्मेंद्र सिंह को भी गिरफ्तार किया था. धर्मेंद्र सिंह रायबरेली जनपद के सलोन के उसरी प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात था. एसटीएफ द्वारा उसकी की गिरफ्तारी के बाद से पूरे शिक्षा विभाग में खलबली मच गई. फजीहत से बचने के लिए बीएसए ने आरोपी अध्यापक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.
समिति कर रही जांच, रिपोर्ट आते ही होगी कार्रवाई
रायबरेली के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आनंद प्रकाश शर्मा ने ETV भारत को बताया कि धर्मेंद्र सिंह सलोन विकास क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय उसरी में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात रहा. मामला संज्ञान में आने पर उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. नियमावली के विरुद्ध कार्यप्रणाली में संलिप्तता पाएं जाने के कारण उसके खिलाफ खंड शिक्षा अधिकारी की अगुवाई में एक जांच समिति भी बैठाई गई है. रिपोर्ट आते ही शिक्षक की सेवा समाप्त की जाएगी.
सुर्खियों में रहता है रायबरेली का बेसिक शिक्षा विभाग
रायबरेली का बेसिक शिक्षा विभाग अपने कारनामों को लेकर प्रदेशभर की सुर्खियों में रहता है. कुछ दिनों पहले कस्तूरबा गांधी विद्यालय में अनामिका शुक्ला प्रकरण का भी खुलासा रायबरेली के बेसिक शिक्षा विभाग से ही हुआ था. यह मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि CTET के सॉल्वर गैंग से जुड़ा नया सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया. प्रयागराज में गिरफ्तार हुए इस गैंग का सरगना रायबरेली के सलोन स्थित एक प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक के होने के कारण खलबली मच गई.