रायबरेली: आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है, जिसका मकसद विश्व में महिलाओं के उत्थान, सशक्तीकरण, योगदान और समाज के लिए किए जा रहे उनके उत्कृष्ट कार्यों को सम्मान देना है. वहीं हमारे देश में मान्यता है कि 'यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता'. एक खास दिन ही नहीं बल्कि नारी हमेशा से पूजनीय रही हैं. इसी को लेकर रायबरेली की विधायक और महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव अदिति सिंह ने महिला दिवस पर खास बातचीत की.
भारतीय राजनीति, खासतौर पर उत्तर प्रदेश की राजनीति जहां किसी भी पद की होड़ में इंसान हद से गुजरने को तैयार रहता है. ऐसे राजनीतिक परिवेश में अमेरिका से पढ़कर कर आई लड़की का, जिसका भारतीय मूल्यों से गहरा नाता रहा, उसे इस परिवेश में ढलना, अपने पिता के सपनों को मूर्त रूप देना, राष्ट्रीय पार्टी द्वारा दिये गए कर्तव्यों का सही तरीके से निर्वहन कर पाना कतई आसान न था. अदिति कहती है 'इट वाज नॉट एन इजी टास्क' बेहद मुश्किल कार्य था. पर कहीं न कहीं मां की दी हुई सीख ने उन्हें हौसला रखने और चुनौतियों का डटकर सामना करने की हिम्मत दी.
जब कांग्रेस की वुमेन विंग की सौंपी गयी कमान
राजनीतिक विरासत को अपने स्वर्णिम दौर में सहेज कर रखने वाली देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की राष्ट्रीय इकाई में प्रियदर्शनी सेल का नेशनल कॉर्डिनेटर बनाया गया. इस सेल की खासियतों के बारें में बताते हुए अदिति कहती हैं कि इसका मुख्य उद्देश्य नई उम्र की लड़कियों के अंदर राजनीतिक चेतना उत्पन्न करने के अलावा हर तरह की लाइफ स्किल्स को डेवलप करना भी है.
मां को बताया अपनी प्रेरणा का स्त्रोत
अदिति ने अपनी मां को अपना इंस्पिरेशनल आइकॉन करार दिया. कहा मेरी मां ने अपने ऊपर विश्वास करना सिखाया और उसी का नतीजा है कि आज वह अपने पैरों पर खड़ी हैं और इस मुकाम पर हैं. बचपन से दोनों बहनों के अंदर कुछ कर गुजरने का आत्मविश्वास पैदा करने में अहम योगदान उनकी मां का रहा है.
महिलाओं को अपने हक के बारे में जागरुक होना होगा.
महिला दिवस पर महिलाओं के नाम संदेश देने की बात पर अदिति कहती हैं कि वर्तमान युग मे सभी को अपने अधिकारों के प्रति जागरुक होना होगा. महिलाओं को अपने बच्चों को खासकर बेटियों को अच्छी शिक्षा दिए जाने पर जोर देना चाहिए. साथ ही इस तकनीकी युग में महिलाओं को कदमताल मिलाते हुए सतत आगे बढ़ते रहना चाहिए, क्योंकि महिलाएं किसी भी मामले में पुरुषों से कम नहीं है.
हर एक ख्वाब में दूसरा ख्वाब है
उम्मीदों से भी ऊंची परवाज है
जमीं पर रहने के हम नहीं आदी
कि हमें पाना पूरा आसमान है...
कुछ इन्ही पंक्तियों से प्रेरणा लेकर अदिति सिंह ने विधायक के रुप में राजनीतिक पारी की सफर की शुरुआत कर फिलहाल देश की सबसे पुरानी पार्टी की महिला विंग का राष्ट्रीय महासचिव बनने तक का सफर तय किया.