रायबरेली: प्रदेश सरकार द्वारा 27 जनवरी से शुरू हुई गंगा यात्रा गुरुवार को जिले के लालगंज पहुंची. वहीं जनसभा में पहुंचे डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के साथ मंच साझा कर रहे तमाम भाजपाई नेताओं के अलावा जिले की सदर सीट से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह भी मौजूद रहीं.
विधायक अदिति सिंह का भगवा पार्टी के प्रति रुझान बीते कई अवसरों पर पहले भी देखा जा चुका है, लेकिन स्थानीय स्तर पर किसी सार्वजनिक मंच पर ऐसा पहला अवसर रहा, जब अदिति सिंह भाजपा नेताओं के साथ कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंची थी. हालांकि विधायक अदिति सिंह ज्यादा देर कार्यक्रम में नहीं रुकीं और करीब 15 मिनट रुकने के बाद मुख्य अतिथि के भाषण से पूर्व ही कार्यक्रम से रवाना हो गईं.
साल 2017 विधानसभा चुनाव में अदिति सिंह ने दर्ज की थी जीत
रायबरेली सदर से कांग्रेस की टिकट से विधायक चुनी गईं आदिति सिंह पूर्व विधायक अखिलेश सिंह की पुत्री हैं. दिवंगत पूर्व विधायक अखिलेश सिंह की रायबरेली में अलग ही छवि रही है. दबंग छवि के अखिलेश सिंह रायबरेली सदर से 5 बार विधायक रह चुके थे. वर्ष 2017 के चुनाव में उन्होंने अपनी बेटी को आगे करते हुए कांग्रेस से टिकट दिलाकर राजनीति में एंट्री कराई थी. 2017 विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद विधायक अदिति सिंह को कांग्रेस पार्टी के आलाकमान का भी बेहद नजदीकी माना जाने लगा था.
370 हटाए जाने के बाद अदिति ने की थी पीएम मोदी की तारीफ
कांग्रेस पार्टी ने अदिति को महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय इकाई के महासचिव का पदभार भी सौंपा था. इन तमाम जिम्मेदारियों के बीच लोकसभा चुनाव के बाद अचानक से अदिति सिंह पर जानलेवा हमला होता है, जिसमें अदिति सिंह द्वारा लोकसभा चुनाव में भाजपा से प्रत्याशी रहे एमएलसी दिनेश सिंह व उनके भाइयों पर हमला कराने का आरोप विधायक अदिति सिंह ने लगाया था. हालांकि पुलिस ने हमले की जांच के बाद भाजपा नेताओं को क्लीन चिट दे दी थी. उस घटना के बाद से ही अदिति सिंह का बीजेपी की तरफ रुझान देखने को मिला था. पहले जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद बेबाकी से पीएम मोदी की प्रशंसा करते हुए विधायक अदिति सिंह ने सरकार के इस कदम की सराहना की थी.
विधानसभा के जॉइंट सत्र में पार्टी के खिलाफ जाकर अदिति ने लिया था भाग
इसी बीच 2 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश विधानसभा के जॉइंट सत्र में पार्टी विप के खिलाफ जाकर अदिति ने सत्र में भाग भी लिया था. उसके बाद कई ऐसे अवसर आए, जब कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के रायबरेली दौरे पर आने के बावजूद अदिति सिंह उनसे मिलने तक नहीं पहुंची. तभी से यह कयास लगाए जा रहे थे कि अदिति बीजेपी में जल्द ही शामिल हो सकती हैं. हालांकि अदिति औपचारिक रूप से बीजेपी में अभी शामिल नहीं हुई हैं पर सार्वजनिक मंच पर बीजेपी के कार्यक्रम में संभवतः यह पहला अवसर था, जब अदिति सिंह शामिल हुई थीं.