रायबरेली: एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह की विधान परिषद सदस्यता रद्द करने संबंधी कांग्रेस की याचिका को भले ही सोमवार को परिषद के सभापति की ओर से रद्द कर दिया गया हो. इसके बाद भी जिले में कांग्रेसी दिनेश सिंह के खिलाफ हमलावर रुख अपनाए हुए हैं. हालांकि लंबे अरसे तक लंबित रही कांग्रेस की याचिका पर सभापति का निर्णय आने के बाद ही एमएलसी दिनेश सिंह ने भी जमकर कांग्रेस हाई कमान पर सोमवार को निशाना साधा था और प्रियंका समेत सोनिया गांधी पर भी जमकर तंज कसा था. इस जुबानी जंग में अब कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने भी एमएलसी पर करारा पलटवार करते हुए निशाना साधा है.
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने दावा किया कि सोमवार को विधान परिषद सभापति की ओर से दिया गया निर्णय सत्तारूढ़ दल भाजपा के दबाव का नतीजा है और आने वाले वक्त में निश्चित तौर पर उच्च न्यायालय द्वारा कांग्रेस के पक्ष में निर्णय दिया जाएगा. एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह पर तंज कसते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में दिनेश सिंह अपने गांव के बूथ तक को जीतने में असफल साबित हुए थे. बावजूद इसके वे रायबरेली से कांग्रेस का सफाया करने की बात कहते हैं. साथ ही कहा कि आने वाले वक्त में दिनेश सिंह एमएलसी समेत परिवार के अन्य सभी पदों से हाथ धोना पड़ेगा, तब जाकर उन्हें अपनी गलती का एहसास होगा.