रायबरेली: अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष सैयद गैयरुल हसन रिजवी अपने एक दिवसीय दौरे पर जिले में पधारे. इस दौरान वह केंद्र सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों के विकास को लेकर शुरू गई की गई तमाम फ्लैगशिप योजनाओं का बखान करते नजर आए. इस दौरान रिजवी ने दावा किया कि मोदी सरकार के पहले शासनकाल के बाद अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों द्वारा सालाना पढ़ाई छोड़े जाने की दर में भारी गिरावट आई है.
सरकार की योजनाओं से अल्पसंख्यकों को फायदा
रिजवी ने दावा किया कि 2014 तक अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों में जहां ड्रॉपआउट प्रतिशत हर वर्ष 70 फीसदी तक हुआ करता था. पिछले पांच साल के भाजपा सरकार की अल्पसंख्यक कल्याण योजनाओं की बदौलत 2019 तक इस दर को 35 से 40 फीसदी के बीच में लाने में कामयाबी हासिल की गई है.
'नई मंजिल' योजना से बढ़ी अल्पसंख्यकों में आश
सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों के विकास के मद्देनजर शुरू की गई 'नई मंज़िल' योजना' से अल्पसंख्यक समुदाय को बहुत फायदा पहुंचा है. इस योजना के तहत किसी कारणवश बीच में छूटी पढ़ाई पुन: पूरी करने का अवसर दिया जाता है. साथ ही उनके मनमाफिक क्षेत्र से जुड़ा प्रशिक्षण भी दिए जाने की पहल की गई है.
अपने दौरे पर आयोग के अध्यक्ष ने शहर के अल्पसंख्यक बाहुल्य आजाद नगर वार्ड का दौरा किया. निरीक्षण के दौरान वार्ड में अव्यवस्था की भरमार मिली. लिहाजा उन्होंने नगर पालिका को तुरंत सही कराने का निर्देश दिया.