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रायबरेली: आवारा पशु स्कूल के अंदर, बच्चे बाहर - Claims to make Gaushala in UP failed

उत्तर प्रदेश में आवारा जानवरों की बढ़ती तादाद किसानों के लिए आफत बन गई है. यूं तो प्रदेश सरकार अन्ना पशुओं के लिए गोशाला बनाने का दावा कर रही है, लेकिन हकीकत कुछ और ही नजर आ रही है. रायबरेली में अन्ना जानवरों से परेशान किसानों ने उन्हें प्राथमिक स्कूल में बंद कर दिया.

रायबरेली में अन्ना पशुओं से परेशान किसान.
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Published : Jul 16, 2019, 5:38 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:19 PM IST

रायबरेली: प्रदेश सरकार ने अन्ना मवेशियों के लिए गोशाला तो तमाम बनवाये हैं, लेकिन उनमें मवेशियों को रखने के दावों की पोल लगातार खुलती जा रही है. जिले के हरचंदपुर क्षेत्र के प्यारेपुर गांव के ग्रामीणों ने आवारा पशुओं से परेशान होकर उन्हें प्राथमिक स्कूल में बंद कर ताला लगा दिया. जब शिक्षिकाएं और बच्चे स्कूल पहुंचे तो मामले की जानकारी विभागीय अधिकारियों और पुलिस को दी.

रायबरेली में अन्ना पशुओं से परेशान किसान.

अन्ना जानवर बने किसानों के लिए आफत..

  • जिला प्रशासन अन्ना जानवरों के लिए कई गोशालाओं के संचालन करने का दावा कर रहा है.
  • जिले में बने गोशाला कभी पशुओं की मौत तो कभी अन्य कारणों से चर्चा में आते रहते हैं.
  • जिले के हरचंदपुर इलाके में परेशान किसानों ने अन्ना पशुओं को प्राथमिक विद्यालय में बंद कर बाहर से ताला लगा दिया.
  • शिक्षिका की सूचना पर ही शिक्षा-विकास विभाग के अधिकारी तथा पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन ग्रामीणों ने ताला खोलने से मना कर दिया.
  • प्रशासन ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर बाद में वाहनों से मवेशियों को गोशाला भेज दिया.
  • मामले पर किसान ने धान की फसल खराब होने के कारण परेशान होने की बात कही है.
  • जिलाधिकारी ने इसे अराजकता कहा और दोषियों पर कार्रवाई करने और उन्हें चिन्हित करने की बात कही.

अगर पूरे प्रकरण पर गौर किया जाए तो कहीं न कहीं प्रशासन की ही लापरवाही सामने आ रही है, क्योंकि किसान मेहनत से फसल तैयार करने की कोशिश कर रहा है और ये मवेशी उस फसल को बर्बाद कर रहे हैं.

रायबरेली: प्रदेश सरकार ने अन्ना मवेशियों के लिए गोशाला तो तमाम बनवाये हैं, लेकिन उनमें मवेशियों को रखने के दावों की पोल लगातार खुलती जा रही है. जिले के हरचंदपुर क्षेत्र के प्यारेपुर गांव के ग्रामीणों ने आवारा पशुओं से परेशान होकर उन्हें प्राथमिक स्कूल में बंद कर ताला लगा दिया. जब शिक्षिकाएं और बच्चे स्कूल पहुंचे तो मामले की जानकारी विभागीय अधिकारियों और पुलिस को दी.

रायबरेली में अन्ना पशुओं से परेशान किसान.

अन्ना जानवर बने किसानों के लिए आफत..

  • जिला प्रशासन अन्ना जानवरों के लिए कई गोशालाओं के संचालन करने का दावा कर रहा है.
  • जिले में बने गोशाला कभी पशुओं की मौत तो कभी अन्य कारणों से चर्चा में आते रहते हैं.
  • जिले के हरचंदपुर इलाके में परेशान किसानों ने अन्ना पशुओं को प्राथमिक विद्यालय में बंद कर बाहर से ताला लगा दिया.
  • शिक्षिका की सूचना पर ही शिक्षा-विकास विभाग के अधिकारी तथा पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन ग्रामीणों ने ताला खोलने से मना कर दिया.
  • प्रशासन ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर बाद में वाहनों से मवेशियों को गोशाला भेज दिया.
  • मामले पर किसान ने धान की फसल खराब होने के कारण परेशान होने की बात कही है.
  • जिलाधिकारी ने इसे अराजकता कहा और दोषियों पर कार्रवाई करने और उन्हें चिन्हित करने की बात कही.

अगर पूरे प्रकरण पर गौर किया जाए तो कहीं न कहीं प्रशासन की ही लापरवाही सामने आ रही है, क्योंकि किसान मेहनत से फसल तैयार करने की कोशिश कर रहा है और ये मवेशी उस फसल को बर्बाद कर रहे हैं.

Intro:प्रदेश सरकार के छुट्टा मवेशियों के लिए गौशालाओ के बनाने व उनमे मवेशियों के रखने के दावों की पोल उस समय खुल गई जब हरचंदपुर क्षेत्र के प्यारेपुर गांव के ग्रामीणों ने छुट्टा मवेशियों से परेशान होकर उन्हें प्राथमिक स्कूल में बंद कर बाहर से ताला लगा दिया।जब शिक्षिकाएं व बच्चे स्कूल पहुचे तो मामले की जानकारी विभागीय अधिकारियों व पुलिस को दी।Body:दरअसल जिले में जिला प्रशासन छुट्टा जानवरो के लिए कई गौशालाओ का संचालन करने का दावा तो जरूर करता है लेकिन कभी उनमे जानवरो की मौत तो कभी अन्य कारणों से चर्चा में आती रहती है।कल ऐसा ही एक मामला हरचंदपुर के प्यारेपुर गांव में घटा जब छुट्टा मवेशियों से परेशान किसानो ने उन्हें प्राथमिक विद्यालय में बंद कर बाहर से ताला लगा दिया।जब स्कूल में शिक्षण कार्य के लिए अध्यापिका पहुची तो विद्यालय में जानवरों को देख दंग रह गई।इसी बीच बच्चे भी वंहा पहुच गए।।मामले की सूचना प्रशासन को मिलते ही हड़कम्प मच गया उर मौके पर नायाब तहसीलदार व पुलिस को भेजा गया तब मवेशियों को बाहर निकाल कर गाड़ियों से गौशालाओ में भेजा गया तब तक बच्चे अपने घरों को वापस जा चुके थे।मामले पर किसान ने धान की फसल खराब होने के कारण परेशान होने की बात कही वही जिलाधिकारी ने इसे अराजकता कहा और दोषियों पर कार्यवाही करने और उन्हें चिन्हित करने की बात कही।


बाईट-बसंत सिंह (किसान)
बाईट- नेहा शर्मा (जिलाधिकारी रायबरेली)Conclusion:वही अगर पूरे प्रकरण पर गौर किया जाए तो कहि न कही प्रशासन की ही लापरवाही सामने आ रही है क्योंकि किसान मेहनत से फसल तैयार करने की कोशिश कर रहा है और ये मवेशी उस फसल को बर्बाद कर रहे है।


प्रभाकर त्रिपाठी
रायबरेली
9984524647
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:19 PM IST
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