रायबरेली: पूर्व पेट्रोलियम मंत्री व कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता कैप्टन सतीश शर्मा के निधन की खबर से रायबरेली जनपद में शोक की लहर है. रायबरेली और अमेठी दोनों ही संसदीय क्षेत्र से सांसद चुने जाने वाले कैप्टन सतीश शर्मा का इस क्षेत्र के विकास में अहम योगदान रहा. इस इलाके में पेट्रोल पंप व गैस एजेंसियों के जाल बिछाने के अलावा राष्ट्रीय स्तर के शैक्षिक संस्थानों की नींव रखने में उन्होंने बड़ी भूमिका अदा की. यही कारण है कि स्थानीय लोग उनके निधन को बड़ी क्षति बता रहे हैं. ईटीवी भारत ने कांग्रेस के इस दिग्गज नेता की रायबरेली व अमेठी से जुड़ी यादों पर स्थानीय अधिवक्ता राघवेंद्र मिश्र से बात की.
राघवेंद्र मिश्र बताते हैं कि उस दौर में जब विद्युत आपूर्ति भी बेहद सीमित समय के लिए उपलब्ध रहती थी, तब दूरदराज के क्षेत्रों में खेतों की सिंचाई समेत अन्य जरूरी कार्यों के लिए ईंधन की जरूरत की पूर्ति भी इन्ही से होती थी. इसी मकसद से उन्होंने जिले के सभी ब्लॉकों में पेट्रोल पम्पों की उपलब्धता सुनिश्चित की.
रायबरेली को कैप्टन की देन
फुरसतगंज के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी से लेकर रायबरेली शहर के फिरोज गांधी इंजीनियरिंग कॉलेज तक की स्थापना में कैप्टन सतीश शर्मा के अहम योगदान की चर्चा करते हुए राघवेंद्र मिश्र उन्हें रायबरेली का महामना मालवीय करार देते हैं. राघवेंद्र मिश्र कहते हैं कि उन्ही के प्रयासों से रायबरेली के पॉलीटेक्निक में यूपी में सबसे पहले इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन व आईटी जैसे ट्रेडों में पढ़ाई शुरू हो सकी. बाद में उसी परिसर में जिले के पहले इंजीनियरिंग कॉलेज की नींव पड़ी. इनके अलावा जनपद में पेट्रोलियम संस्थान, निफ्ट व नाइपर जैसे संस्थानों के खुलवाने में भी उनका अहम किरदार रहा.