रायबरेली: जिले के बछरांवा से भाजपा विधायक अपनी कार्यशैली व बयानों को लेकर चर्चा में लगातार बने रहते हैं. रविवार को एक बार फिर वो उस समय चर्चा का केंद्र बन गए, जब जब जिला प्रशासन की देख रेख में कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित यूपी दिवस व बालिका दिवस के तहत एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. भाजपा विधायक राम नरेश रावत को भी उस कार्यक्रम में बुलाया गया था. मंच से बोलते हुए उन्होंने पंडाल में बैठी हुई महिलाओं व युवतियों को लज्जित करते हुए उन्होंने अपनी पत्नी का एक वाक्या सुनाते अभद्र भाषा का प्रयोग किया. हद तो तब हो गई जब कार्यक्रम के बाद उनसे इसके लिए पूछा गया तो वो अपने बयान पर अटल रहे.
भाजपा विधायक ने किया अभद्र भाषा का प्रयोग
दरअसल, जिले की बछरांवा विधानसभा से भाजपा विधायक राम नरेश रावत अपनी कार्यशैली को लेकर सुर्खिया बटोरते रहते हैं. रविवार को भी वो इसी तरह उस समय चर्चा में आगये जब जिला प्रशासन द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित यूपी दिवस/बालिका दिवस कार्यक्रम में मंच से बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि 'पुरुषों की बराबरी करती हुई मेरे बाईं तरफ बहुत सी महिलाएं बैठी हुई हैं. 1990 में मेरी शादी हुई थी. मैं व्यावहारिक बात कर रहा हूं, कोई भाषण नहीं कर रहा. पत्नी को भी क्षेत्र में जाना होता है और मुझे भी, तो मैंने दो जीप खरीदी. एक पत्नी के लिए और एक अपने लिए. अब एक बार अपनी जीप से पत्नी किसी बारात में गईं. तब शामियाना लगता था, 30 साल पहले आज की तरह तंबू कनात नहीं लगते थे. संयोग से मैं भी वहां गया था, तो बहुत से लड़के आए और कहे चलो नाचो भाई.' इसके बाद विधायक ने आपत्तिजनक शब्द का प्रयोग किया. फिर बोले, 'तो पत्नी ने कहा - अभी हम नाचने नहीं चलेंगे थोड़ी देर में चलेंगे. बाजा बजाने वाले दूसरी गाड़ी से आ रहे हैं'.
हालांकि कार्यक्रम के बाद जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो विधायक ने मीडिया के सामने अपनी सफाई पेश की. कहा कि मैंने इसलिए कहा कि महिलाएं जब बाहर निकलेंगी और कुछ काम करेंगी. लोग अशोभनीय शब्दों का प्रयोग करेंगे. लेकिन विधायक अपनी बात पर बाद में अटल रहे और कहा कि हमें ये कहना शोभा दे रहा था.