रायबरेली : यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी 23 अप्रैल को रायबरेली के दौरे पर आने वाले हैं. इससे ठीक पहले भाजपा प्रत्याशी दिनेश सिंह ने ईटीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत में गांधी परिवार पर जमकर निशाना साधा.
- रायबरेली की मूल पहचान को दबाने का आरोप लगाया.
- कहा कि रायबरेली के असल शूरवीरों के इतिहास को छुपाने का काम कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार के लोगों ने किया है.
- गांधी परिवार की इस साजिश को बेनकाब करने का काम भारतीय जनता पार्टी के मंच से करने का अवसर उन्हें प्राप्त हुआ है.
- रायबरेली में कांग्रेस की उम्मीदवार यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी के मुकाबले अपने आप को स्थानीय होने के नाते कई गुना बेहतर प्रत्याशी बताया.
- रायबरेली का लोगों का मन अब गांधी परिवार से ऊब चुका है और जनता पीएम मोदी के नेतृत्व में विश्वास जता चुकी है.
- इस बार सोनिया गांधी की रायबरेली से हार तय है.
कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए थे दिनेश प्रताप सिंह
- कभी कांग्रेस में बेहद सक्रिय स्थानीय नेताओं में शुमार थे दिनेश प्रताप सिंह.
- वह गांधी परिवार के करीबियों में भी गिने जाते रहे हैं.
- भारतीय जनता पार्टी में आने के बाद वह अक्सर गांधी परिवार को रायबरेली के विकास के साथ छलावा करने का इल्जाम लगाते हुए आड़े हाथों लेते नजर आते हैं.
दल बदलू का लगा है ठप्पा
हां यह सही है कि विचारधारा मेल न खाते देख कांग्रेस पार्टी को छोड़ने का मन बनाया और भारतीय जनता पार्टी को ज्वाइन किया. बीजेपी से जो सम्मान मिला है, उसका नतीजा रहेगा कि अपने अंतिम सांस तक बीजेपी कभी नहीं छोड़ूंगा. गांधी परिवार के इशारे पर जानबूझकर चुनाव के दरम्यान ही मेरे ऊपर तरह-तरह के इल्जाम लगाए जा रहे हैं. भाजपा से चुनाव लड़ने के कारण कांग्रेस के कुछ लोग साजिश के तहत उन्हें फंसाने के प्रयास में हैं. जनता ने इस बार रायबरेली से कमल खिलाने का निश्चय कर लिया है और अबकी भाजपा की ही जीत होगी.
- दिनेश प्रताप सिंह, भाजपा प्रत्याशी