रायबरेली: जनपद में किसान सम्मान निधि से जुड़ा एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है. सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र में पीएम मोदी की यह फ्लैगशिप योजना कितनी सफल रही है, इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि पात्रों को नहीं, मृतक किसानों को कृषि विभाग किसान सम्मान निधि की किस्तें अनवरत जारी कर रहा है. अब पूरा मामला उजागर होने के बाद विभागीय अधिकारियों में भी हड़कंप मच गया. विभागीय मुखिया दावा कर रहे हैं कि जल्द ही इन सभी से वसूली की कार्रवाई की जाएगी.
मृतकों के खाते में भेजी जा रही किसान सम्मान निधि की किस्तें
दरअसल, किसान सम्मान निधि के तहत एक साल में दो-दो हजार रुपये की तीन किस्त पात्र किसानों के खाते में डीबीटी के तौर पर डाली जानी है. विभागीय आंकड़ों की मानें तो रायबरेली में अब तक 4 लाख 23 हजार 708 किसानों को योजना के तहत लाभ दिया गया है. बावजूद इसके अभी भी ऐसे किसानों की संख्या बहुत ज्यादा है जो पात्रता के दायरे में आने के बाद भी योजना के लाभ से वंचित रहे हैं. साथ ही हैरान करने वाली बात यह भी है कि योजना के अन्तर्गत जिम्मेदारों ने जिले के 736 ऐसे किसानों के खाते में भी रकम भेज दी, जो इस दुनिया में अब नहीं रहे.
विभागीय अधिकारी धन उगाही में जुटे
मामला उजागर हुआ तो कृषि विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में विभागीय लोग सभी मृतक किसानों के घर के चक्कर लगाने शुरू कर दिए हैं. वे मृतक किसानों के परिवारजनों से मिलकर किस्त का पैसा वापस करने की गुजारिश करते दिख रहे हैं. इस पूरे मामले में उप कृषि निदेशक एचएन सिंह ने दावा किया कि जिन मृतकों के खाते में किसान सम्मान निधि का पैसा गया है, उनके परिवारजन वापस कर रहे हैं.