प्रयागराज: जिले में कोरोना के टीकाकरण से बचने के लिए बहुत से स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा गलत जानकरी दिए जाने का मामला सामने आया है. इस तरह के एक दो नहीं लगभग 2 हजार स्वास्थ्य कर्मी हैं, जिनका मोबाइल नंबर गलत होने की वजह से उनको टीका नहीं लगाया जा सका है. सीएमओ के निर्देश के बाद अब इन सभी का पता लगाकर उन्हें टीका लगाने के लिए 15 फरवरी को बुलाया जाएगा. अब तक बचे हुए सभी स्वास्थ्य कर्मियों को भी उसी दिन टीका लगाया जाएगा. वहीं शुक्रवार को फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी कोरोना का टीका लगाने की शुरुआत की जाएगी.
दिया गलत मोबाइल नंबर
जिले में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सरकारी कंर्मियो के साथ ही निजी अस्पताल व क्लिनिक से जुड़े कर्मियों ने कोरोना का टीका लगवाने से बचने के लिए गलत मोबाइल नंबर देने का मामला सामने आया है. गलत मोबाइल नंबर होने की वजह से ऐसे लोगों तक टीकाकरण का मैसेज नहीं पहुंचा, जिससे वो टीकाकरण से बच गए. हालांकि सीएमओ ये नहीं मान रहे है कि किसी स्वास्थ्य कर्मी ने जानबूझकर गलत नंबर दिया है. बल्कि उनका कहना है कि किसी कारण से गलत नंबर फीड हो गया होगा.
गलत नबंर की वजह 2 हजार हेल्थ वर्कर्स को नहीं लगा टीका
गलत मोबाइल नंबर होने की वजह से लगभग 2 हजार हेल्थ वर्कर्स को कोरोना का टीका नहीं लगाया जा सका है. बताया जा रहा है कि बहुत से लोगों ने टीकाकरण से बचने के लिए गलत या पुराने और बंद हो चुके मोबाइल नंबर दे दिए थे. जिस वजह से उन तक टीकाकरण का मैसेज नहीं पहुंचा और वो टीका लगवाने से बच गए. गलत नंबर होने की वजह से निजी अस्पतालों और लैब के साथ ही आंगनबाड़ी वर्कर्स भी बड़ी संख्या में टीकाकरण से बची हुई हैं. सरकारी और निजी स्वास्थ कर्मियों के साथ ही आंगनबाड़ी वर्कर्स के भी मोबाइल नंबर बड़ी संख्या में गलत मिले हैं.
छुटे हुए लोगों को 15 फरवरी को टीका लगवाने का मिलेगा मौका
2 हजार के करीब स्वास्थ कर्मियों के टीकाकरण से छूटने की जानकरी मिलने के बाद सीएमओ एक्शन में आ गए हैं. उन्होंने गलत नंबर देने की वजह से छूटे आंगनबाड़ी वर्कर्स के टीकाकरण के लिए डीपीओ और सीडीपीओ को निर्देश देने के लिए कहा है. जिससे कि अफसरों के निर्देश के बाद छुटी हुई आंगनबाड़ी सहायिकाओं को टीका लगाया जा सकेगा. 5 फरवरी को टीकाकरण होने के बाद छुटे हुए लोगों के लिए 15 फरवरी को भी टीका लगाया जाएगा.
निजी अस्पताल, लैब के प्रमुखों को भी भेजी जा रही है सूचना
जहां छुटे हुए सरकारी स्वास्थ कर्मियों के टीकाकरण के लिए उनके विभाग के प्रमुख से संपर्क साधा जा रहा है. वहीं प्राइवेट हॉस्पिटल और क्लिनिक के साथ लैब वालों के सेंटर इंचार्ज को इसकी जानकारी भेजी जा रही है. जिससे कि सभी छुटे हुए स्वास्थ कर्मियों का भी टीकाकरण किया जा सके.
सरकारी के मुकाबले निजी स्वास्थ कंर्मियो के ज्यादा मोबाइल नंबर गलत मिले
सीएमओ डॉक्टर प्रभाकर राय का कहना है कि सरकारी स्वास्थ कर्मियों की पूरी जानकारी तो उनके पास है. लेकिन प्राइवेट अस्पताल, क्लीनिक और नर्सिंग होम के साथ पैथोलॉजी की संख्या हजार के करीब है. जिनसे जुड़े स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण इसलिए नहीं हुआ. क्योंकि उनका मोबाइल नंबर गलत मिला है. अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक ज्यादातर निजी हेल्थ वर्कर्स के ही मोबाइल नंबर गलत मिले हैं. जिस वजह से उन्हें टीका नहीं लगाया जा सका है. इसी वजह से टीकाकरण अभियान का प्रतिशत भी कम है. ऐसे छूटे हुए सभी हेल्थ वर्कर्स को टीका लगाने के लिए 15 फरवरी की तारीख तय की गई है. जिसके लिए संबंधित सभी सरकारी व प्राइवेट सेंटर्स को छूटे हुए हेल्थ वर्कर्स की जानकारी भेज कर उनका टीकाकरण करवाने के लिए कहा जा रहा है. जबकि आंगनबाड़ी वर्कर्स का टीकाकरण सुनिश्चित करवाने के लिए डीपीओ और सीडीपीओ को लगातार जानकरी दी जा रही है.
शुक्रवार को फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी लगेगा टीका
संगम नगरी प्रयागराज में शुक्रवार से कोरोना के फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी टीका लगाने की शुरुआत की जाएगी. प्रयागराज में 23 हजार से ज्यादा कोरोना के फ्रंटलाइन वर्कर्स हैं, जिनको टीका लगाया जाना है. शुक्रवार को पहले दिन दस फीसदी फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीकाकरण के लिए बुलाया गया है. इसके बाद क्रमशः 11, 12 व 18 फरवरी को बचे हुए फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया जाएगा. जबकि इस दौरान किसी कारण छुटे हुए फ्रंटलाइन वर्कर्स को 22 फरवरी को भी टीका लगाया जाएगा. जिसके लिए पैरामिलिट्री फोर्सेज के साथ ही नगर निगम, राजस्व और जिला पंचायत के कर्मियों को शुक्रवार को बुलाया गया है.