प्रयागराजः रेलवे जंक्शन पर मुम्बई से आने वाली ट्रेनों के पहुंचते ही प्लेटफॉर्म पर मुसाफिरों की भीड़ जमा हो जाती है. इस दौरान पूरे प्लेटफॉर्म पर सोशल डिस्टेंसिंग के नियम की धज्जियां उड़ायी जाती हैं. हालांकि ट्रेन के आने के समय प्लेटफॉर्म पर कोविड गाइडलाइंस का पालन करवाने के लिए रेलवे की तरफ से कर्मचारियों की ड्यूटी जरूर लगाई जाती है, लेकिन सैकड़ों मुसाफिरों से कोरोना गाइडलाइंस का पालन करवाने के लिए चंद कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने से कोई लाभ नहीं मिलता है.
कोविड गाइडलाइंस के पालन करवाने का किया जाता है दावा
ट्रेनों में सफर करने के दौरान रेलवे की तरफ से तय की गई गाइडलाइंस का पूरी तरह से पालन कराने का दावा किया जा रहा है. उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अजीत कुमार सिंह का कहना है कि ट्रेन में सफर करने के दौरान मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के साथ ही हाथों को सैनिटाइज करने के लिए यात्रियों को बताया जा रहा है. साथ ही सफर के दौरान कोरोना से बचने के लिए क्या-क्या उपाय करना है. इस बारे में यात्रियों को रेलवे के द्वारा लगातार जागरूक भी किया जा रहा है.
मास्क न पहनने वाले यात्रियों पर जुर्माना
जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि रेलवे प्लेटफॉर्म पर मास्क न लगाने पर यात्रियों से जुर्माना वसूलने का अभियान भी शुरू कर दिया गया है. इसके साथ ही यात्रियों को यह भी हिदायत दी जा रही है कि वह जिस राज्य से निकलकर किसी दूसरे राज्य में जाना चाह रहे हैं. उस राज्य के कोविड नियमों की जानकारी कर लें और उन नियमों का पालन करते हुए ही एक से दूसरे राज्य में जाएं.
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यात्रियों का किया जा रहा कोरोना टेस्ट
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी का कहना है कि किसी राज्य से आने वालों का टेस्ट करने का फैसला राज्य सरकार की तरफ से लिया गया है. स्टेशन पर मुसाफिरों का टेस्ट करने के लिए राज्य सरकार की तरफ से जो सहयोग मांगा जा रहा है. उतना सहयोग रेलवे की तरफ से किया जा रहा है. बाकि किन राज्यों से आने वाले कितने यात्रियों का टेस्ट करना है, ये सब राज्य सरकार का फैसला है. ट्रेनों में सफर करने के दौरान रेलवे की जो गाइडलाइंस हैं. उसका रेलवे के द्वारा पूरी तरह से पालन किया जाता है.
प्लेटफॉर्म पर ही जांच में मिल रहे हैं संक्रमित
प्रयागराज रेलवे जंक्शन पर लगातार मुम्बई से आने वाले मुसाफिरों की जांच की जा रही है. इस जांच में संक्रमित मरीज भी मिल रहे हैं, लेकिन उसके बावजूद मुम्बई से आने वाले शत प्रतिशत यात्रियों का प्लेटफॉर्म पर कोरोना टेस्ट नहीं हो रहा है. हालाकि प्लेटफॉर्म पर आने वाले बहुत से यात्री लाइन लगाकर जांच करवाने के बाद ही बाहर जाते हैं. वहीं अधिकतर यात्री जांच करवाये बिना ही अपने घरों की तरफ चले जाते हैं. यही वजह है कि प्रयागराज में रोजाना बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं.
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मुम्बई से लौट रहे कामगार
पिछली बार लॉकडाउन में मुम्बई में फंसे लोग अब दोबारा लॉकडाउन में फंसना नहीं चाहते हैं. इस वजह से वह मुम्बई से अपने घरों को लौटने लगे हैं. मुम्बई में रहकर मेहनत मजदूरी के जरिए कमाई करने वाले लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा होने लगा है. जिस वजह से ये लोग अपने घरों की तरफ वापस लौटने लगे हैं.