प्रयागराज: राजू पाल हत्याकांड के जिस केस की सुनवाई के बाद 24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल की कोर्ट से घर लौटने पर हत्या कर दी गई थी, शुक्रवार को उसी केस की सुनवाई पूरी हो गई. अब इस मामले में स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट अपना फैसला 28 मार्च को सुनाएगी. उमेश पाल राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह थे. इस केस की चल रही अंतिम दौर की बहस के दौरान उमेश पाल को गोली और बम से हमला करके मौत के घाट उतार दिया गया. हमले में उमेश पाल के साथ ही उनके दो सरकरी गनर की भी मौत हुई थी.
गवाह उमेश पाल को अगवा करने का चल रहा था केसः बसपा विधायक राजू पाल की 25 जनवरी 2005 को हत्या कर दी गयी थी. इसके बाद 2007 में उमेश पाल ने प्रदेश में बसपा सरकार बनने पर माफिया अतीक अहमद के खिलाफ अपहरण करने का मुकदमा दर्ज करवाया था. उमेश पाल ने आरोप लगाया था कि उसे अतीक अहमद ने अगवा करके राजू पाल केस में गवाही ने देने के लिए धमकाया था. उमेश पाल के इस केस में सुनवाई चल रही थी.
इसी मामले में हाईकोर्ट ने 16 मार्च तक सुनवाई पूरा करने का आदेश दिया था. जिसके बाद एमपी एमएलए कोर्ट में इस केस की सुनवाई तेज कर दी गई थी. उमेश पाल का पक्ष कोर्ट में पूरा हो चुका था और दूसरे पक्ष की तरफ से अपने बचाव में कोर्ट में जवाब दाखिल किया जा रहा था. लेकिन उसी दौरान 24 फरवरी को कोर्ट से लौटने के बाद उमेश पाल के घर के बाहर उनकी हत्या कर दी गई.
स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट में सुनवाई हुई पूरीः उमेश पाल के इस केस की सुनवाई अब प्रयागराज के स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट में पूरी हो चुकी है. इसी दौरान कोर्ट ने सभी पक्षों और उनके तर्कों को सुन लिया है. शुक्रवार को सुवनाई पूरी होने के बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित कर लिया है. इसके साथ ही कोर्ट ने इस मामले में फैसला सुनाने के लिए कोर्ट ने 28 मार्च की तारीख तय की है. एमपी एमएलए कोर्ट में अब इस मामले का फैसला 28 मार्च को सुनाया जाएगा.