प्रयागराज : संगम नगरी में 15 अप्रैल को पंचायत चुनाव है. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य से लेकर ग्राम पंचायत सदस्यों के भाग्य का फैसला गुरुवार को मतदाता तय कर देंगे. प्रयागराज में 84 जिला पंचायत सदस्य, 1540 ग्राम प्रधान और 2086 बीडीसी सदस्यों के साथ ही ग्राम पंचायत सदस्य के 19820 सीटें हैं. इसमें से 8 प्रधान, 49 बीडीसी मेंबर और 8416 ग्राम पंचायत सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं. ऐसे में बची हुई सीटों पर जिला प्रशासन की तरफ से मतदान करवाया जा रहा है. वहीं ग्राम पंचायत सदस्य की हजारों सीट पर कोई आवेदन नहीं मिलने की वजह से उन रिक्त सीटों पर जून में चुनाव करवाया जा सकता है.
30 हजार से अधिक कर्मचारी करवाएंगे पंचायत चुनाव
प्रयागराज में 23 ब्लॉकों में पंचायत चुनाव होना है. मतदान करवाने के लिए 5269 पोलिंग पार्टियां बनायी गयीं हैं. मतदान के लिए अलग-अलग विभागों के 21076 कमर्चारियों की ड्यूटी लगायी गयी है. पोलिंग पार्टियों को रवानगी के समय चुनाव से जुड़े सामानों के साथ ही सेनिटाइजर व मास्क भी दिया गया है.
23 ब्लॉकों में गुरुवार को मतदान करके ग्रामीण मतदाता अपने गांव की संसद का चुनाव करेंगे. गुरुवार 15 अप्रैल को प्रथम चरण के मतदान में बहादुरपुर, श्रृंगवेरपुर, प्रतापपुर, हंडिया, बहरिया, मऊआइमा, भगवतपुर, सैदाबाद ,धनुपुर, फूलपुर, कौड़िहार, होलागढ़, सहसों, सोरांव, उरुवा, करछना, कौंधियारा, मेजा, कोरांव, मांडा, चाका, जसरा व शंकरगढ़ ब्लॉक में मतदाता वोट डालेंगे.
जातीय आंकड़ों का अनुमान
जातीय समीकरण की बात करें तो जिला के पंचायत चुनाव में मतदाताओं का जातीय प्रतिशत कुछ इस प्रकार है. इसमें दलित 22% , मुस्लिम 12% , ब्राह्मण 10% , वैश्य 7% , पटेल 17% , यादव 9% , ठाकुर 7% , ओबीसी 11% , अन्य 5% हैं. पंचायत चुनावों में जातीय फैक्टर व बड़े मुद्दे ज्यादा प्रभावी नहीं होते हैं, लेकिन उसके बावजूद प्रत्याशी जातीय गुणा गणित के आधार पर वोट मांगने से नहीं चूकते हैं.