प्रयागराज: माघ मेले में रविवार को विहिप के शिविर में प्रस्तावित राम मंदिर के मॉडल का अनावरण किया गया. इस मॉडल का अनावरण विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष चम्पत राय ने किया. वहीं अनावरण अवसर पर उन्होंने कहा कि लंबी लड़ाई के बाद अयोध्या में राम मंदिर का फैसला हो चुका है. अगली बार हो सकता है कि प्रस्तावित मॉडल रखने की जरूरत न पड़े और अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हो जाए.
'भारत ने इतिहास की एक बड़ी गलती सुधारी'
विहिंप के केंद्रीय उपाध्यक्ष चम्पत राय ने कहा कि यह बड़े हर्ष का विषय है कि भारत ने इतिहास की एक बड़ी गलती को सुधार दिया है. भले ही उसके लिए 490 साल लग गए. वहीं मंदिर निर्माण में विहिप की भूमिका पर उन्होंने अपनी राय देते हुए कहा कि सरकार में शामिल लोग मंदिर के भव्य स्वरूप के लिए गंभीर हैं और इसे बनाने का काम सरकार अपने तरीके से कर रही है. सरकार में शामिल लोग भी किसी न किसी रूप में मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे हैं, इसलिए इस पर किसी भी तरह का दूसरा सवाल उठाना उचित नहीं है.
1989 के बाद से ही लगातार प्रयागराज के कुंभ या माघ मेले में राम मंदिर के प्रस्तावित मॉडल को आम श्रद्धालुओं के बीच एक संकल्प के उद्देश्य से रखा जाता रहा है, लेकिन इस बार मंदिर बनने का मामला न्यायालय से साफ होने के बाद यहां वर्षों से मंदिर के प्रस्तावित मॉडल का दर्शन करने आने वाले श्रद्धालु अधिक खुश होंगे.
विहिप के केंद्रीय उपाध्यक्ष का मानना है कि अब मन्दिर बनने का रास्ता साफ हो चुका है. हम लोगों की वर्षों की कामना पूरी हुई है, इसलिए इस बार माघ मेले में अंतिम दर्शन के लिए आए हैं. हमें उम्मीद है कि अगली बार हम सभी जब यहां के मेले में शामिल होंगे तो उससे पहले अयोध्या में भगवान राम का भव्य राम मंदिर बन कर तैयार हो चुका होगा.