प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ समाप्त किए जाने के बाद छात्र संघ से जुड़े पदाधिकारी पिछले 50 दिनों से आंदोलन कर रहे थे. उनकी बातें जब विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा नहीं सुनी गई तो वह आमरण अनशन पर चले गए.
अनशन के चौथे दिन छात्र संघ से जुड़े दो पदाधिकारियों की हालत बिगड़ने लगी. पदाधिकारियों का कहना था कि छात्रों की हालत बिगड़ने पर भी विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के हालत जानने की जरूरत नहीं समझी. अनशन पर बैठे संदीप और सत्यम सिंह की हालत बिगड़ने लगी. इसकी सूचना जब जिला प्रशासन को हुई तो विश्वविद्यालय के द्वारा जिला प्रशासन के दबाव में उन्हें तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जहां पर उनका इलाज चल रहा है.
छात्र संघ बहाली को लेकर आमरण अनशन
अनशन राज छात्रों को वापस कराने के लिए विश्वविद्यालय के डॉ. रामसेवक दुबे सहित सुरक्षा अधिकारी आमरण अनशन स्थल पर पहुंचकर उनसे समाप्त करने की अपील की. छात्रों का कहना था कि जब तक विश्वविद्यालय में छात्र संघ की बहाली नहीं हो जाती वह अपना आमरण अनशन नहीं छोड़ेंगे.
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