प्रयागराजः ठंड की शुरुआत के साथ ही हार्ट के मरीजों की दिक्कतें भी बढ़नी शुरू हो जाती है. इसके साथ ही हार्ट अटैक के मामले में भी ठंड में आम दिनों की अपेक्षा ज्यादा सामने आते हैं. हार्ट अटैक का लक्षण सिर्फ सीने में दर्द का होना ही नहीं होता है. बल्कि दांत और जबड़े तक के दर्द भी हार्ट अटैक के लक्षण हो सकते हैं. यही नहीं पीठ पेट और कंधे या हाथ में दर्द भी दिल का दौरा पड़ने के संकेतक हो सकते हैं. इसलिये इस प्रकार की किसी भी समस्या के होने पर खुद से घर में दवा खाकर इलाज कर अपनी जान जोखिम में डालने से बेहतर है नजदीकी अस्पताल या डॉक्टर को दिखाकर सुरक्षित इलाज करवाएं. यह कहना है कि प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विनय पांडेय का.
डॉक्टर की सलाह पर ही दवा लेनी चाहिए
इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन के हाल में मीडिया से बात करते हुए स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विनय पांडेय ने गुरुवार को हार्ट अटैक के लक्षण और उससे बचाव के तरीके बताए. साथ ही लोगों से अपील की है कि ठंड के दिन में बेहतर दिनचर्या और खानपान को नियंत्रित कर स्वस्थ रहने का प्रयास करें. डॉ. विनय पांडेय ने कहा कि हार्ट अटैक आने पर सीने के अलावा शरीर के अन्य हिस्सों में भी दर्द हो सकता है. इसलिए डॉक्टर को दिखाकर डॉक्टर की सलाह से ही दवा लें. क्योंकि हार्ट अटैक को गैस या दर्द समझकर गलत दवा लेने से मरीज की जान भी जा सकती है.
कौन कौन से दर्द हो सकते हैं हार्ट अटैक के संकेत
चक्कर, उल्टी और बहुत ज्यादा थकाव भी हैं लक्ष्ण
डॉक्टर विनय पांडेय ने बताया कि सीने में होने वाला हर दर्द हार्ट अटैक का लक्षण नहीं होता है. हार्ट अटैक आने पर सिर्फ सीने में ही दर्द नहीं होता है. सीने में दर्द दूसरी वजहों से भी हो जाते हैं. इसलिए जब भी सीने में दर्द की शिकायत हो आप डॉक्टर से सलाह लें. सीने में दर्द होने का कारण हार्ट अटैक ही नहीं होता है. उन्होंने बताया कि कई बार हार्ट अटैक होने पर पेट, पीठ, कंधे और हाथ में भी दर्द होता है. खासतौर से शरीर के बाएं तरफ के हिस्से में दर्द होता है. जबकि कुछ मामलों में यह दर्द दाहिने तरफ भी हो जाता है. बदलते वक्त के साथ हार्ट अटैक के लक्षण में भी बदलाव हुए हैं. अभी तक कई ऐसे मामले भी सामने आ चुके हैं जिसमें हार्ट अटैक आने पर जबड़ों और दांतों में भी दर्द होता है. कुछ मामलों में हार्ट अटैक आने पर सिर्फ एक दांत में दर्द होने तक के मामले सामने आ चुके हैं. उन्होंने बताया कि कई बार साइलेंट अटैक आता है तो उसमें मरीज को दर्द नहीं होता. बल्कि चक्कर, उल्टी होना और शरीर मे बहुत ज्यादा थकावट और झुनझुनाहट होना भी अटैक के लक्षण होते हैं.
ठंडे के दिन में दिल के मरीज ये सावधानी बरतें
ठंड के दिनों में हार्ट मरीजों की दिक्कतें बढ़ जाती है. ऐसे में जरूरी है कि ठंड की शुरुआत के साथ ही दिल के मरीजों को सावधानी बरतनी शुरू कर देनी चाहिए. क्योंकि ठंड के मौसम में लोग तेल मसाले और तली हुई चिकनी वस्तुओं को ज्यादा खाने लगते हैं. इसी के साथ ठंड की वजह से शारीरिक श्रम कम हो जाता है. इसके अलावा ठंड की वजह से खून भी गाढ़ा हो जाता है. इस वजह से जरूरी है कि लोग ठंडी के दिनों में टहलने और व्यायाम करने के साथ ही घी तेल और चिकने खाने का सेवन न करें. बल्कि ताजी हरी फल सब्जियों और सादे भोजन का सेवन करके खुद को स्वस्थ रखें.