प्रयागराज: दिशा छात्र संगठन और नौजवान भारत सभा की ओर से प्रयागराज में छात्रों द्वारा आत्महत्या करने के मुद्दे पर मंगलवार को लल्ला चुंगी से बख्शी बांध तक प्रतिरोध मार्च निकाला गया. दिशा छात्र संगठन के अविनाश ने कहा कि पनीर चौराहे पर छात्रा की आत्महत्या, प्रयागराज में पिछले 20 दिनों में पांचवीं आत्महत्या है. छात्र ने कहा कि पूरे देश के बात की जाए तो एनसीआरबी की 2019 की रिपोर्ट के अनुसार एक साल के भीतर लगभग 90,000 युवाओं ने आत्महत्या की. छात्र ने कहा कि इस समय युवा रोजगार के भयंकर संकट से त्रस्त हैं.
विभागों में नए पद सृजित नहीं किए जा रहे
प्रयागराज जैसे शहर में लाखों छात्र-छात्राएं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं, लेकिन हालत यह हैं कि जो भर्तियां निकल रही हैं, वह ऊंट के मुंह में जीरा जैसी है. तमाम सरकारी विभागों में नए पद सृजित नहीं किए जा रहे हैं. जो भर्तियां निकल भी रही हैं, वह भी पेपर लीक, धांधली और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जा रही हैं. दिशा छात्र संगठन की अंजलि ने कहा कि चयन प्रक्रिया में अपारदर्शिता भी नौजवानों को हताशा, निराशा और अवसाद की तरफ धकेल रही है. हाल ही में एसएससी की परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन के बाद बहुत से छात्रों को बाहर कर देना इसका एक उदाहरण भर है.
रोजगार संकट का समाधान आत्महत्या नहीं
दिशा छात्र संगठन के अमित कहा इस बार के बजट में मोदी सरकार द्वारा सरकारी विभागों के बेचने की खुली घोषणा कर दी गयी है, जिससे आने वाले समय में रोजगार का संकट और बढ़ेगा, लेकिन आत्महत्या इसका समाधान नहीं है. आज छात्रों-युवाओं को एकजुट होकर शिक्षा और रोजगार के लिए संघर्ष करने के साथ ही इस व्यवस्था के खिलाफ संघर्ष करना होगा.