प्रयागराजः इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के छात्र जनवरी में आंदोलन के जरिये कैंपस का माहौल गरमाये जाने की तैयारी में है. विश्व विद्यालय में पिछले ढ़ाई साल से ज्यादा समय से आंदोलन कर रहे छात्र जनवरी महीने के ठंड भरे माहौल को गरमाने के लिए छात्र महापंचायत आयोजित करने वाले हैं. छात्र महापंचायत के जरिये छात्र अपने आंदोलन को बड़ा स्वरूप देने की तैयारी कर रहे हैं. छात्र फिलहाल 12 जनवरी को महापंचायत करने की तैयारी में है.
गौरतब है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय (Allahabad University ) में अपनी मांगों को लेकर छात्र 900 दिनों से धरना दे रहे हैं. छात्रसंघ बहाली और 4 गुना फीस वृद्धि वापस लेने के साथ ही वीसी की नियुक्ति को निरस्त करने की मांग और बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर छात्र धरना दे रहे हैं. छात्रों का कहना है कि उनकी मांग की लगातार अनसुनी की जा रही है. छात्र अपनी मांग को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन से लेकर प्रदेश और केंद्र सरकार तक से मांग कर चुके हैं. लेकिन छात्रों की मांगों पर कहीं से कोई राहत नहीं मिली है. समाजवादी छात्र सभा के बैनर तक शुरू किए गए इस आंदोलन में अब दूसरे छात्र संगठन भी शामिल हो चुके हैं. अलग-अलग छात्र संगठन से जुड़े छात्र नेताओं का कहना है कि उनकी मांगों को नहीं सुना गया है. जिस वजह से अब छात्र महापंचायत करने की तैयारी कर चुके हैं. महापंचायत के जरिये ही छात्र अपने आंदोलन को प्रदेश व्यापी से लेकर देशव्यापी तक बनाने की रणनीति बना रहे हैं.
छात्र महापंचायत को लेकर बैठक कर बनाएंगे रणनीति
छात्रसंघ भवन (Allahabad Students Union Building) पर धरना दे रहे छात्र नेता अजय यादव सम्राट और अमित द्विवेदी ने बताया कि 12 जनवरी को छात्र महापंचायत ( student mahapanchayat) करने की योजना बनी है. जिसमें समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव और आप नेता संजय सिंह समेत प्रदेश भर में छात्र राजनीति से जुड़े सक्रिय नेताओं को आना है. भीषण ठंड और एमएलसी चुनाव की वजह से जिले लागू निषेधाज्ञा है और पुलिस प्रशासन ने अभी तक कार्यक्रम के आयोजन की इजाजत नहीं दी है. जिस वजह से छात्रनेता महापंचायत के आयोजन को लेकर रणनीति बनाने के लिए एक आपात बैठक करने वाले हैं. इस बैठक में ही महापंचायत के आयोजन को लेकर रणनीति बनाएंगे. छात्र महापंचायत के प्रशासन की अनुमति लेने के लिए कार्यक्रम की तारीख को आगे बढ़ाएंगे या फिर बिना इजाजत ही कार्यक्रम आयोजित करेंगे. इसको लेकर फैसला बैठक में ही लिया जाएगा.
पुराने छात्र नेताओं ने नयी डेट पर कार्यक्रम करने की सलाह दी
छात्र महापंचायत के आयोजन को लेकर तैयारी कर रहे छात्र नेताओं को पुराने छात्र नेताओं ने सलाह दी है कि वो महापंचायत की इजाजत लेकर कार्यक्रम करें. क्योंकि देश और प्रदेश स्तर के नेताओं के साथ ही सांसद विधायक के साथ कार्यक्रम करने के लिए इजाजत जरूरी रहती है.
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