प्रयागराज: संगमनगरी में चल रहे माघ मेला में टेंट सिटी बसाई गई है. लेकिन, तंबुओं के शहर में बसाई गई इस टेंट सिटी में शुरुआत के बाद कोई भी रहने वाला नहीं पहुंचा. संगम के दूसरी तरफ बसाई गई इस टेंट सिटी का उद्घाटन कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने किया था. लेकिन, 15 जनवरी को उद्घाटन के बाद से अभी कोई रहने के लिए नहीं पहुंचा. टेंट सिटी की देख-रेख करने वाले अफसरों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में इस टेंट सिटी में रहने के लिए लोग आएंगे. साथ ही उनका दावा है कि अभी लोग बुकिंग करने के लिए पूछताछ कर रहे हैं और ऑनलाइन भी इंक्वायरी की जा रही है.
माघ मेले में हर साल तंबुओं का शहर बसाया जाता है, जहां हर साल हजारों की संख्या में लगे तंबुओं में रहकर श्रद्धालू कल्पवास करते हैं. कल्पवास के दौरान श्रद्धालू इन्ही तंबुओं में एक महीने तक रहकर कल्पवास के व्रत को पूरा करते हैं. वहीं, इस बार माघ मेले में मेला प्रशासन की तरफ से टेंट सिटी बसाई गई है. संगम के दूसरी तरफ अरैल इलाके में बनी टेंट सिटी में उद्घाटन के चौथे दिन तक कोई भी रहने वाला नहीं पहुंचा.
टेंट सिटी की निगरानी करने पहुंचे पर्यटन विभाग से जुड़े अधिकारी अजय उपाध्याय का कहना है कि पहली बार माघ मेले में टेंट सिटी बसाई गई है. मेला शुरू होने से पहले यह योजना नहीं थी. मेले के बाद शुरू की गई टेंट सिटी की जानकारी ज्यादा लोगों को नहीं है, जिस वजह से अभी ज्यादा लोग बुकिंग नहीं कर रहे हैं. लेकिन, इसके साथ ही उन्होंने यह भी उम्मीद जताई है कि आने वाले दिनों में मौनी अमावस्या और उसके बाद इस टेंट सिटी में बने कॉटेज को लोग बुक करेंगे. उनका कहना है कि कुंभ मेला 2025 को देखते हुए माघ मेले में टेंट सिटी का रिहर्सल करने के लिए इस बार मेले में इसकी शुरुआत की गई है. लेकिन, टेंट सिटी में अभी भीड़ न होने के पीछे उनका कहना है कि जानकारी नहीं होने की वजह से ज्यादा बुकिंग नहीं हुई है.
लग्जरी कॉटेज में मिलेंगी कई सुविधाएं
टेंट सिटी में लगाए गए लग्जरी कॉटेज का एक दिन का किराया 5 हजार रुपये है. जीएसटी समेत पांच हजार किराया अदा करने वालों को इस लग्जरी टेंट में रहने के साथ ही सुबह का नाश्ता फ्री दिया जाएगा. इस कॉटेज में बेड रूम के साथ ही आगे बैठने के लिए टेबल कुर्सी लगाई गई है. इसके अलावा हर कॉटेज के सामने एक गेस्ट रूम की सुविधा दी गई है. इसमें बैठकर चर्चा की जा सकती है. इस पूरे टेंट सिटी को प्रयागराज, हरिद्वार,उज्जैन, नासिक सेक्टर में बांटा गया है. दस बीघे में बसाई गई त्रिवेणी टेंट सिटी में कुल 20 कॉटेज बनाए गए हैं.
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