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प्रयागनगरी में शुरू हुआ साइबेरियन 'मेहमानों' का आगमन - ऑस्ट्रेलियन साइबेरियन पक्षी पहुंचे संगमनगरी

यूपी के प्रयागराज में माघ मेले से पहले संगम घाट पर साइबेरियन पक्षियों का आगमन शुरू हो गया है. हर साल यहां आने वाले ये पक्षी मेले में आकर्षण का केंद्र रहते हैं.

साइबेरियन पक्षियों का आगमन हुआ शुरू
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Published : Nov 22, 2019, 6:23 PM IST

प्रयागराज: एक तरफ जहां मेला प्रशासन माघ मेले की तैयारी में जुट गया है. वही, दूसरी तरफ संगम घाट पर साइबेरियन पक्षियों का आगमन शुरू हो गया है. ऑस्ट्रेलिया से आने वाले ये साइबेरियन पक्षी मेले में आकर्षण का केंद्र रहते हैं. संगम के अलग-अलग घाटों पर नौकायन करने वाले श्रद्धालु इन पक्षियों को दाना डालते नजर आते हैं.

साइबेरियन पक्षियों का आगमन हुआ शुरू.

5 महीने तक होता है प्रवास
संगमनगरी में अक्टूबर महीने से इन विदेशी साइबेरियन पक्षियों का आगमन शुरू हो जाता है. यह पक्षी पूरे पांच महीने तक यहां प्रवास करते हैं और मार्च के महीने से इनका जाना शुरू हो जाता है. इन पक्षियों के आने से घाटों की सुंदरता बढ़ जाती है. जिसे देखकर सैलानी खुशी महसूस करते हैं.

यह भी पढ़ें: बुंदेलखंड की बेड़नी नर्तकियों पर बन रही है फिल्म 'डील फाइनल'

हर साल होता है आगमन
ये साइबेरियन पक्षी हर साल बिना निमंत्रण के सात समुद्रर पार कर यहां आते हैं. इनके आगमन से शहर वासियों को ठंड का एहसास शुरू होने लगता है. इन विदेशी पक्षियों का सभी लोग बहुत सम्मान करते हैं.

नाविकों को मिलता है लाभ
इन साइबेरियन विदेशी पक्षियों के आगमन से संगम में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो जाती है. घाट में आने वाले श्रद्धालु पंक्षियों को दाना देने के लिए नौकायन करते और संगम में स्नान करते हैं, जिससे नाविकों को इसका लाभ मिलता है.

प्रयागराज: एक तरफ जहां मेला प्रशासन माघ मेले की तैयारी में जुट गया है. वही, दूसरी तरफ संगम घाट पर साइबेरियन पक्षियों का आगमन शुरू हो गया है. ऑस्ट्रेलिया से आने वाले ये साइबेरियन पक्षी मेले में आकर्षण का केंद्र रहते हैं. संगम के अलग-अलग घाटों पर नौकायन करने वाले श्रद्धालु इन पक्षियों को दाना डालते नजर आते हैं.

साइबेरियन पक्षियों का आगमन हुआ शुरू.

5 महीने तक होता है प्रवास
संगमनगरी में अक्टूबर महीने से इन विदेशी साइबेरियन पक्षियों का आगमन शुरू हो जाता है. यह पक्षी पूरे पांच महीने तक यहां प्रवास करते हैं और मार्च के महीने से इनका जाना शुरू हो जाता है. इन पक्षियों के आने से घाटों की सुंदरता बढ़ जाती है. जिसे देखकर सैलानी खुशी महसूस करते हैं.

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हर साल होता है आगमन
ये साइबेरियन पक्षी हर साल बिना निमंत्रण के सात समुद्रर पार कर यहां आते हैं. इनके आगमन से शहर वासियों को ठंड का एहसास शुरू होने लगता है. इन विदेशी पक्षियों का सभी लोग बहुत सम्मान करते हैं.

नाविकों को मिलता है लाभ
इन साइबेरियन विदेशी पक्षियों के आगमन से संगम में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो जाती है. घाट में आने वाले श्रद्धालु पंक्षियों को दाना देने के लिए नौकायन करते और संगम में स्नान करते हैं, जिससे नाविकों को इसका लाभ मिलता है.

Intro:प्रयागराज: संगमनगरी पहुंचे विदेशी मेहमान, माघ मेले में बने रहेंगे आकर्षण का केंद्र

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प्रयागराज: एक तरह जहां मेला प्रशासन माघ मेले की तैयारी में जुट गए हैं, तो वहीं दूसरी तरफ संगम घाट पर विदेशी मेहमानों का आगमन शुरू हो गया है. ऑस्ट्रेलिया से आने वाले साइबेरियन पक्षी पूरे मेला क्षेत्र में आकर्षण का केंद्र रहते हैं. संगम घाट और माघ मेले में आने वाले पर्यटकों को अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है. साथ ही साथ संगम में नौकायन करने वाले श्रद्धालु पक्षियों को दाना डालते नजर आ रहे हैं. घाट के पंडों का कहना है कि अक्टूबर माह से साइबेरियन पक्षियों का आगमन शुरू हो जाता है और ये मार्च माह तक प्रवास में रहते हैं.


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पांच महीने तक होता है प्रवास

संगम घाट के पांडा यज्ञ नारायण तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि संगमनगरी में अक्टूबर माह से इन विदेशी मेहमानों का आगमन शुरू हो जाता है. यह पक्षी पूरे पांच माह तक का इनका प्रवास होता है. मार्च माह से यहां से जाना शुरू कर देते हैं. संगम में साइबेरियन पक्षी आने से घाटों की सुंदरता बढ़ जाती है, इसको देखकर सैलानी खुशी की अनुभूति महसूस करता है.

हर साल होता है आगमन

घाटी पांडा यज्ञ नारायण ने बताया कि हर वर्ष बिना निमंत्रण के सात समुद्रर पार करके साइबेरियन पक्षी का आगमन होता है. इनके आगमन से शहर वासियों को ठंड का एहसास होने शुरू भी हो जाता है. इन विदेशी पक्षियों का यहां के नवीन,पांडा और शहर के बहुत सम्मान करते हैं.


Conclusion:नाविकों को मिलता है लाभ

पांडा यज्ञ नारायण ने बताया कि विदेशी पक्षियों के आगमन से पर्यटकों की संख्या में बढ़ोत्तरी अधिक हो जाती है. घाट में आने वाले श्रद्धालु पंक्षियों को दाना देने के लिए नौकायन करते और संगम में स्नान भी करते हैं. संगम में आने नाविकों का भी लाभ होता है. साथ ही साथ इस वर्ष लगाने वाले माघ मेले में यह साइबेरियन पक्षी आकर्षण का केंद्र रहेंगे.

बाईट- यज्ञ नारायण तिवारी, घाटी पांडा संगम
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