प्रयागराजः सपा के राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी मिलने के बाद शिवपाल सिंह यादव गुरुवार को पहली बार प्रयागराज पहुंचे. सर्किट हाउस में उन्होंने सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. इस दौरान शिवपाल सिंह यादव भाजपा पर लगातार हमलावर रहे. वहीं, रामचरितमानस पर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान को उन्होंने उनका निजी राय बताया और बीजेपी पर इसे तूल देने का आरोप लगाया. इसके अलावा लखनऊ का नाम बदलने की चर्चा और मूर्ति लगाने पर उन्होंने बीजेपी सरकार को उनके आदर्शों पर चलने की नसीहत दे डाली.
मीडिया से बातचीत करते हुए सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि वो और अखिलेश यादव राम और कृष्ण को मानने वाले लोग हैं. वो सभी ग्रंथों का सम्मान करते हैं. रामचरितमानस को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान पर सपा राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य जो भी बयान दे रहे हैं, पार्टी का उससे कोई वास्ता नहीं है. उनकी पार्टी धर्म निरपेक्ष दल है. जहां सभी का सम्मान किया जाता है.
शिवपाल यादव ने इस दौरान प्रदेश सरकार से 45 दिनों तक विधानसभा सत्र चलाये जाने की मांग की है. ताकि जनता से जुड़े सभी मुद्दों पर सदन में चर्चा हो सके. इसके साथ ही उन्होंने ये संकेत दिया कि सदन की बैठक हंगामेदार होगी. क्योंकि विपक्ष सदन में मजबूत स्थिति में है और विपक्षी नेता सदन में जनता से जुड़े हर मुद्दे पर सरकार से जवाब मांगेंगे. सपा अब विपक्ष के नेताओं का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं करेगी.
इस दौरान सपा राष्ट्रीय महासचिव ने प्रदेश की राजधानी लखनऊ के नाम बदलने की चर्चा पर शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि नाम बदलने की जगह विकास कार्य किया जाना चाहिए. किसी भी जगह का नाम बदलने से कुछ नहीं होता है, वहां विकास कार्य करना ज्यादा जरूरी होता है. लखनऊ में लक्ष्मण जी की मूर्ति लगाए जाने के सवाल पर उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि बीजेपी सराकर मूर्ति लगाने की जगह उनके बर्दास्त पर चलने का काम करें.
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