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Controversial statement on Ramcharit Manas: स्वामी प्रसाद मौर्य के विरोध में उतरे साधु-संत, शुद्धि-बुद्धि यज्ञ कर दी चेतावनी

रामचरित मानस को लेकर विवादित बयान देने वाले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या के विरोध में प्रयागराज, वाराणसी और संभल में साधु संत उतर आए हैं. साधु-संतो ने उनकी बुद्धि-शुद्धि के लिए यज्ञ किया.

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स्वामी प्रसाद मौर्या की सद्बुद्धि के लिए हुआ यज्ञ
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Published : Jan 28, 2023, 6:07 PM IST

Updated : Jan 28, 2023, 6:58 PM IST

प्रयागराजः सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या की ओर से रामचरित मानस पर की गई विवादित टिप्पणी का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है. स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान को लेकर संत समाज बेहद नाराज है. संगम नगरी में चल रहे माघ मेले में स्वामी प्रसाद मौर्या से नाराज साधु-संतो ने उनकी बुद्धि-शुद्धि के लिए यज्ञ किया. वहीं, वाराणसी और संभल में भी साधु-संतों ने मौर्या का विरोध किया.

माघ मेला के महावीर मार्ग पर शिव योगी मौनी बाबा का शिविर है, जहां पर मौनी बाबा की मौजूदगी में बुद्धि शुद्धि यज्ञ किया गया.इसके साथ ही संतों ने भगवान से प्रार्थना की कि ईश्वर उनको सद्बुद्धि प्रदान करें.

प्रयागराज के माघ मेले में साधु संतों ने स्वामी प्रसाद मौर्या की बुद्धि को भ्रष्ट बताते हुए उनकी सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किया. मेला क्षेत्र में अमेठी से आए हुए शिवयोगी मौनी बाबा के शिविर में साधुओं ने रामायण का पाठ भी किया. संतों ने राम चरित मानस की ही चौपाइयों को पढ़कर स्वामी प्रसाद मौर्या की सद्बुद्धि के लिए प्रार्थना की.

इसके साथ ही संतों ने स्वामी प्रसाद मौर्या के विवादित बयान की निंदा करते हुए उनको गिरफ्तार करने की भी मांग की. पिछले दिनों जिस तरह से स्वामी प्रसाद मौर्या ने राम चरित मानस को लेकर विवादित टिप्पणी की थी उसके बाद से साधु संतो के साथ ही समाज के अन्य वर्ग के लोगों ने भी नाराजगी जताई थी.

साधु संतों का कहना है कि स्वामी प्रसाद मौर्या सनातन धर्म को लेकर लगातार विवादित टिप्पणी कर रहे हैं. जिसे अब संत समाज बर्दास्त नहीं करेगा.इसके साथ ही उन्होंने कहाकि रामायण पर विवादित टिप्पणी का खामियाजा स्वामी प्रसाद मौर्या को आने वाले दिनों में भुगतना पड़ेगा.

वहीं, इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ के द्वारा सनातन धर्म को राष्ट्रीय धर्म बताने के बयान पर साधु संतों ने खुशी जताई.उनका कहना है कि योगी आदित्य नाथ ने जो बयान दिया है वो पूरी तरह से सच है क्योंकि सनातन धर्म ही अनादि काल से चला आ रहा है और जो सनातन धर्म से जुड़े स्थल है उनकी फिर से पुनर्स्थापना करना बहुत ज़रूरी है. साधु-संतों ने कहा कि जिस तरह से स्वामी प्रसाद मौर्या ने राम चरित मानस का अपमान करने वाला बयान दिया है ऐसे समय में सीएम योगी के बयान ने सनातन धर्म का मान बढ़ाने वाला काम किया है.

स्वामी जितेंद्रानंद बोले, बयान से मौर्या का दिवालियापन सामने आया
वाराणसी में स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती बोले, स्वामी प्रसाद का बयान उनके मानसिक दिवालियापन को बताता है. मायावती के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ और अब वह अखिलेश यादव के साथ है, जो अब तक किसी का नहीं हुआ वह कभी किसी का नहीं होगा. स्वामी प्रसाद मौर्य पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा कोई सगा नहीं जिसको मौर्य ने ठगा नहीं. इस तरीके का बयान उनके मानसिक दिवालियापन को बताता है. वह अंतरराष्ट्रीय वामपंथियों के टूल किट के रूप में कार्य कर रहे हैं. उनके इस तरीके से बयानबाजी से सनातन धर्म व सनातन धर्मावलम्बियों को कोई नुकसान नही होगा. वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ के राम ही राष्ट्र है और राम मंदिर राष्ट्रीय मन्दिर है के बयान को लेकर उन्होंने कहा कि राम धर्म के विग्रह के रूप में है. वह राष्ट्र के नायक हैं. ऐसे में राम को राष्ट्रीय धर्म कहना अनुचित नहीं है, क्योंकि राम ही राष्ट्र है और राम ही धर्म है.

संभल में मौर्या का पुतला फूंका, धमकी दी
संभल में स्वामी प्रसाद मौर्या का पुतला फूंककर अंतरराष्ट्रीय हरिहर सेना ने विरोध जताया. वहीं, कैला देवी धाम के महंत स्वामी ऋषि राज गिरी ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने जिस तरह से भगवान राम और साधु संतों को लेकर बयान दिया है वह सनातन संस्कृति का अपमान है. इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि अभी तो स्वामी प्रसाद मौर्य का पुतला फूंका गया है और अगर जरूरत पड़ी तो स्वामी प्रसाद मौर्य को ही जला दिया जाएगा.

ये भी पढ़ेंः Amethi में प्रवीण तोगड़िया बोले, हिंदू नहीं जागे तो राम मंदिर के साथ हिंदुओं के लिए खतरा बन जाएंगी जिहादी शक्तियां

प्रयागराजः सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या की ओर से रामचरित मानस पर की गई विवादित टिप्पणी का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है. स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान को लेकर संत समाज बेहद नाराज है. संगम नगरी में चल रहे माघ मेले में स्वामी प्रसाद मौर्या से नाराज साधु-संतो ने उनकी बुद्धि-शुद्धि के लिए यज्ञ किया. वहीं, वाराणसी और संभल में भी साधु-संतों ने मौर्या का विरोध किया.

माघ मेला के महावीर मार्ग पर शिव योगी मौनी बाबा का शिविर है, जहां पर मौनी बाबा की मौजूदगी में बुद्धि शुद्धि यज्ञ किया गया.इसके साथ ही संतों ने भगवान से प्रार्थना की कि ईश्वर उनको सद्बुद्धि प्रदान करें.

प्रयागराज के माघ मेले में साधु संतों ने स्वामी प्रसाद मौर्या की बुद्धि को भ्रष्ट बताते हुए उनकी सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किया. मेला क्षेत्र में अमेठी से आए हुए शिवयोगी मौनी बाबा के शिविर में साधुओं ने रामायण का पाठ भी किया. संतों ने राम चरित मानस की ही चौपाइयों को पढ़कर स्वामी प्रसाद मौर्या की सद्बुद्धि के लिए प्रार्थना की.

इसके साथ ही संतों ने स्वामी प्रसाद मौर्या के विवादित बयान की निंदा करते हुए उनको गिरफ्तार करने की भी मांग की. पिछले दिनों जिस तरह से स्वामी प्रसाद मौर्या ने राम चरित मानस को लेकर विवादित टिप्पणी की थी उसके बाद से साधु संतो के साथ ही समाज के अन्य वर्ग के लोगों ने भी नाराजगी जताई थी.

साधु संतों का कहना है कि स्वामी प्रसाद मौर्या सनातन धर्म को लेकर लगातार विवादित टिप्पणी कर रहे हैं. जिसे अब संत समाज बर्दास्त नहीं करेगा.इसके साथ ही उन्होंने कहाकि रामायण पर विवादित टिप्पणी का खामियाजा स्वामी प्रसाद मौर्या को आने वाले दिनों में भुगतना पड़ेगा.

वहीं, इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ के द्वारा सनातन धर्म को राष्ट्रीय धर्म बताने के बयान पर साधु संतों ने खुशी जताई.उनका कहना है कि योगी आदित्य नाथ ने जो बयान दिया है वो पूरी तरह से सच है क्योंकि सनातन धर्म ही अनादि काल से चला आ रहा है और जो सनातन धर्म से जुड़े स्थल है उनकी फिर से पुनर्स्थापना करना बहुत ज़रूरी है. साधु-संतों ने कहा कि जिस तरह से स्वामी प्रसाद मौर्या ने राम चरित मानस का अपमान करने वाला बयान दिया है ऐसे समय में सीएम योगी के बयान ने सनातन धर्म का मान बढ़ाने वाला काम किया है.

स्वामी जितेंद्रानंद बोले, बयान से मौर्या का दिवालियापन सामने आया
वाराणसी में स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती बोले, स्वामी प्रसाद का बयान उनके मानसिक दिवालियापन को बताता है. मायावती के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ और अब वह अखिलेश यादव के साथ है, जो अब तक किसी का नहीं हुआ वह कभी किसी का नहीं होगा. स्वामी प्रसाद मौर्य पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा कोई सगा नहीं जिसको मौर्य ने ठगा नहीं. इस तरीके का बयान उनके मानसिक दिवालियापन को बताता है. वह अंतरराष्ट्रीय वामपंथियों के टूल किट के रूप में कार्य कर रहे हैं. उनके इस तरीके से बयानबाजी से सनातन धर्म व सनातन धर्मावलम्बियों को कोई नुकसान नही होगा. वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ के राम ही राष्ट्र है और राम मंदिर राष्ट्रीय मन्दिर है के बयान को लेकर उन्होंने कहा कि राम धर्म के विग्रह के रूप में है. वह राष्ट्र के नायक हैं. ऐसे में राम को राष्ट्रीय धर्म कहना अनुचित नहीं है, क्योंकि राम ही राष्ट्र है और राम ही धर्म है.

संभल में मौर्या का पुतला फूंका, धमकी दी
संभल में स्वामी प्रसाद मौर्या का पुतला फूंककर अंतरराष्ट्रीय हरिहर सेना ने विरोध जताया. वहीं, कैला देवी धाम के महंत स्वामी ऋषि राज गिरी ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने जिस तरह से भगवान राम और साधु संतों को लेकर बयान दिया है वह सनातन संस्कृति का अपमान है. इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि अभी तो स्वामी प्रसाद मौर्य का पुतला फूंका गया है और अगर जरूरत पड़ी तो स्वामी प्रसाद मौर्य को ही जला दिया जाएगा.

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Last Updated : Jan 28, 2023, 6:58 PM IST
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