प्रयागराज: देश भर में बढ़ती हुई महंगाई का असर इतना बढ़ गया है कि आम आदमी के अपने घर का सपना पूरा होना मुश्किल हो गया है. सीमेंट-सरिया के दाम आसमान छूने लगे हैं. ईंट, बालू, गिट्टी भी आम आदमी की पहुंच से दूर होते जा रहे हैं. साल भर में सरिया के दामों में 50 फीसदी से अधिक की बढ़ोत्तरी हो गई है. जबकि साल 2022 में ही सीमेंट के दाम करीब 35 रुपये प्रति बोरी बढ़ गए हैं. इसके साथ ही ईंट, बालू, गिट्टी के दामों में भी थोड़ा-बहुत इजाफा लगातार जारी है.
अपने सपनों का घर हुआ मंहगा- महंगाई का असर ऐसा है कि जो लोग घर बनवाना चाहते थे, उन्होंने फिलहाल इसे टाल दिया है. महंगाई के चलते कई लोगों को तो बीच में ही काम रोकना पड़ गया है. जिले में सरिया के दाम पिछले साल तक जहां 50 से 55 रुपये प्रति किलो तक था, तो वहीं अब 80 रुपये प्रति किलो पहुंच गया है. इसी तरह से सीमेंट के दाम में भी साल में 35 रुपये प्रति बोरी तक बढ़ोतरी हो चुकी है. इस वजह से लोगों के अपने घर का सपना पूरा करना मुश्किल हो गया है. सीमेंट सरिया का थोक व्यापार करने वालों का भी कहना है कि मंहगाई और कोरोना की मार से लोगों ने निर्माण कार्य को रोक दिया है या फिर आगे टाल दिया है. इसके चलते सीमेंट सरिया ईंट बालू गिट्टी का कारोबार कमजोर हुआ है.
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आम आदमी के साथ ही ठेकेदार भी परेशान- सीमेंट, सरिया, ईंट, बालू व गिट्टी के बढ़ते दामों से आम आदमी ही नहीं लाखों-करोड़ों का काम करने वाले ठेकेदार भी परेशान हैं. उनका कहना है कि निर्माण कार्य से जुड़े सभी सामानों के दाम में बढ़ोत्तरी हुई है. सड़क निर्माण से लेकर अन्य तरह के निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदार भी यही कहते हैं. सभी की मांग है कि सरकार को महंगाई पर काबू करने के लिए कुछ उपाय जरूर करना चाहिए.
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