प्रयागराज : अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इसे लेकर मंगलवार को छह दिवसीय अनुष्ठान की शुरुआत हो चुकी है. रामभक्तों में खासा उत्साह नजर आ रहा है. जैसे-जैसे ऐतिहासिक दिन करीब रहा है. लोगों को उत्साह बढ़ता जा रहा है. प्रयागराज के रामभक्त काफी उत्साहित हैं. भगवान श्रीराम की चरण पादुका यात्रा मकर सक्रांति पर भरतकूप चित्रकूट से निकलकर कौशांबी होते हुए मंगलवार की शाम को प्रयागराज पहुंची. जिले की सीमा पर यात्रा का स्वागत किया गया. इस दौरान लोगों ने जय श्रीराम के नारे लगाए.
गौरक्षा काशी प्रांत के मंत्री लालमणि तिवारी ने बताया कि यात्रा धूमनगंज से विभिन्न रास्तों से होते हुए विश्व हिंदू परिषद शिविर त्रिवेणी मार्ग होते हुए संगम पहुंची. संगम का जल कलश में संग्रहित कर यात्रा स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती के आश्रम पहुंची. स्थल पर सुबह से श्रीराम के कृतित्व पर आधारित प्रदर्शनी भी लगाई गई. लालमणि त्रिपाठी का कहना है कि जब से यह यात्रा निकली है. श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा है. ऐसा लग रहा है कि भगवान राम खुद निकल पड़े हैं. सृंगवेरपुर पहुंचने के बाद यह यात्रा 18 जनवरी को सुलतानपुर पहुंचेगी. यहां एक दिन के विश्राम के बाद यात्रा अयोध्या के लिए रवाना हो जाएगी.
गौरक्षा काशी प्रांत के मंत्री ने बताया कि 19 जनवरी को यह यात्रा अयोध्या पहुंच जाएगी. बता दें कि जिन-जिन शहरों से यह यात्रा गुजर रही है, वहां-वहां सजावट की गई है. जगह-जगह रामभक्तों की ओर से यात्रा का स्वागत किया जा रहा है.
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