प्रयागराजः भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत रविवार को प्रयागराज पहुंचे. यहां पर उन्होंने किसान यूनियन से जुड़े कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. इसके बाद झलवा स्थित कार्यालय पर प्रेसवार्ता में उन्होंने समर्थन मूल्य पर एमएसपी कानून बनने की बात कही.
करोड़ों किसानों को होगा फायदा
राकेश टिकैत ने कहा कि एमएसपी पर कानून बन जाने से देश के करोड़ों किसानों को फायदा होगा. साथ ही कहा कि तीनों नये कृषि कानूनों को सरकार वापस ले, इससे किसानों का कहीं भी हित नहीं होगा. राकेश टिकैत ने कहा कि पूरे देश में हर स्थान पर जा-जाकर किसानों का पूर्ण समर्थन लिया जाएगा. नये कृषि कानून की वापसी के लिए चल रहे आंदोलन को तेज किया जाएगा. इस पर जहां-जहां भी बैरियर है, लोगों को इकट्ठा करके उसे तोड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि अभी तक सरकार से 12 दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन कानून वापसी को लेकर अभी तक केंद्र सरकार का रुख स्पष्ट नहीं है.
बंगाल दौरे पर चर्चा
बंगाल दौरे के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि वहां पर किसानों को इस बात को समझाया गया है कि जो लोग भी एक मुट्ठी चावल मांग रहे हैं, उनसे उसका भाव जरूर तय कर लिया जाए. इस पर किसानों ने सहमति जताई है. उन्होंने इस बात पर बल दिया कि देश का किसान इस कृषि कानून के पूरी तरह से विरोध में है, कोई भी सरकार के बहकावे में नहीं है. इस कृषि कानून की वापसी के लिए किसान आंदोलन नवंबर तक चलेगा. अगर सरकार उसके बावजूद भी नहीं मानती तो यह आंदोलन 2023 तक चलाया जाएगा. आने वाले समय में प्रयागराज में भारतीय किसान यूनियन के द्वारा वर्ष 2022 के चुनाव को लेकर एक सभा भी आयोजित होगी. प्रयागराज में कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद राकेश टिकैत सड़क मार्ग से मध्य प्रदेश के रीवा जनपद रवाना हो गए.
टोल प्लाजा पर संबोधन
टिकैत ने हर्रो गन्ने टोल प्लाजा पर किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि खेती के काम के साथ किसान और नौजवान आंदोलन करने के लिए तैयार रहें. जब तक किसानों को नुकसान पहुंचाने वाले तीनों कृषि कानून वापस नहीं होते तब तक किसान आंदोलन जारी रहेगा. प्रयागराज के झलवा से रीवा मध्यप्रदेश में किसान पंचायत के लिए जाते समय हर्रो गन्ने टोल प्लाजा पर सुबह दस बजे से इंतजार में खड़े किसानों को भी राकेश टिकैत ने संबोधित किया. उन्होंने कहा कि भाजपा वाले पश्चिम बंगाल में किसानों से एक एक मुट्ठी चावल मांग रहे थे तो हमने कहा कि पहले इसकी कीमत दे दो. रेल, एलआईसी, बैंक सबको बेच दिया, अब खेती की बारी है. आप सब किसान नौजवान खेती का काम करते हुए आंदोलन के लिए तैयार रहें. इस दौरान राष्ट्रीय लोकदल के जिलाध्यक्ष रामकृष्ण पटेल, अपना दल के गोकुल सिंह, सपा के द्वारिका सिंह, खेत मजदूर सभा के रामकैलाश कुशवाहा, भारतीय किसान यूनियन, पीपुल्स पार्टी ऑफ इण्डिया डेमोक्रेटिक के जिलाध्यक्ष रोहितलाल पटेल, आर के विद्यार्थी, अशोक सिंह आदि ने भी सभा को संबोधित किया. स्वागत करने वालों में प्रगतिशील महिला संगठन, किसान कल्याण संगठन, कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ता व हर्रो प्रधान श्याम बिहारी सिंह सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे. संचालन सुरेन्द्र सिंह ने किया. किसानों का जमावड़ा देखते हुए कुछ लोग बारा थाना एवं गन्ने चौकी के भारी पुलिस बल के बावजूद भी टोल प्लाजा टैक्स फ्री करने के साथ-साथ टोल नाका बन्द करने का प्रयास करने लगे. स्थानीय पुलिस चौकी प्रभारी शैलेन्द्र सिंह के रोकने पर कुछ अति उत्साही लोग नारेबाजी करने लगे, किन्तु हटा देने पर टोल प्लाजा के बगल बने प्रशासनिक भवन के बगल सभा स्थल बना दिया गया.
जगह-जगह स्वागत
इससे पहले कार्यकर्ताओं ने राकेश टिकैत का प्रयागराज पहुंचने पर जगह-जगह पर फूल-मालाओं से स्वागत किया. भारतीय किसान यूनियन के जयकारे लगाए. प्रयागराज पहुंचने पर सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल की तैनाती भी की गई थी.