प्रयागराजः दिल्ली बॉर्डर पर हो रहे किसानों के आंदोलन के समर्थन में सोमवार को उपमंडी फूलपुर में शान्तिपूर्ण तरीके से शारीरिक दूरी बनाकर विरोध प्रदर्शन किया गया. विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व अखिल भारतीय किसान महासभा इलाहाबाद के जिला संयोजक कॉमरेड सुभाष पटेल ने किया. उन्होंने कहा कि काले कानूनों के विरोध में किसान दिल्ली पहुंचकर अपनी बातचीत रखना चाहते हैं तो जनता के टैक्स से बने हाईवे को जेसीबी से खोद दिया गया.
किसान सभा को भाकपा माले जिला प्रभारी डॉ. कमल उसरी ने भी संबोधित किया. उन्होंने कहा किसानों से संबंधित तीनों काले कानूनों के खिलाफ, बिजली बिल 2020 माफ करने, 2021 तक वसूली पर रोकने, कम्पनीराज के खिलाफ लाखों किसान ठंड में दिल्ली बॉर्डर पर बैठे हुए हैं. केंद्र सरकार उनकी बात सुनने के बजाय उनका दमन कर रही है.
धान क्रय केंद्र नहीं खुलने का आरोप
भाकपा माले फूलपुर प्रभारी कॉमरेड त्रिलोकी पटेल ने कहा कि सरकार कागजों मे धान खरीद रही है. ब्लॉक, तहसील और जिले में कहीं भी क्रय केन्द्र नहीं खोले गए हैं. इससे खाद्य सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर दिया है. किसान क्रय केंद्र न खुलने से एक हजार रुपये क्विंटल धान बेचने के लिए किसान मजबूर हैं. सरकारी न्यूनतम समर्थन मूल्य 1868 प्रति रुपये है.
1 दिसंबर को भी होगा प्रदर्शन
सभा में बताया गया कि 1 दिसम्बर को भी सभा के जिला कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन करेंगे. प्रदर्शन के दौरान माले जिला प्रभारी डॉ. कमल उसरी, किसान महासभा प्रयागराज जिला संयोजक कॉमरेड सुभाष पटेल, फूलपुर भाकपा माले प्रभारी त्रिलोकी पटेल, इफको ठेका मजदूर संघ मंत्री कॉमरेड देवानंद, पंकज पाल, जय प्रकाश, वीरेंद्र मिश्र, डॉ. ध्यानचंद्र पटेल आदि लोग शामिल रहे.