प्रयागराज: प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा विभाग ने दो दिवसीय प्रयागराज दौरे के दौरान चिकित्साधिकारी कार्यालय और सैनिक कल्याण के लिए बन रहे भवन का निरीक्षण किया. इस दौरान भवन निर्माण में खामियां मिली, जिसकी जांच उन्होंने प्रयागराज के मुख्य विकास अधिकारी को सौंपी.
नोडल अधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के निरीक्षण के दौरान मेडिकल स्टोर, स्ट्रांग रूम, स्टोर रूम, एनयूएलएल वैक्सीन भंडार की जांच कर वहां मौजूद व्यवस्थाओं के बारे में कर्मचारियों से जानकारी ली.
इसके साथ ही कुर्सियां और टूटी हुई अलमारियों को कंडम घोषित करने के निर्देश दिए और आसपास फैली गंदगी पर नाराजगी जताते हुए कहा कि यह कार्य आप लोग खुद ही करें, जिससे स्वच्छता बनी रहे. इसके बाद उन्होंने सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय के बन रहे नए भवन का निरीक्षण किया.
निरीक्षण के दौरान दीवार में लगाई गई ईटों के बीच मौजूद गैप अधिक होने पर उन्होंने नाराजगी जताई. भवन निर्माण में लगाए जा रहे मैटेरियल की जांच मोती लाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान से जांच कराने की बात भी कही.
ये भी पढ़ें- माघ मेला-2020: अक्षयवट और सरस्वती कूप के दर्शन कर सकेंगे श्रद्धालु
प्रयागराज में लगभग 240 डॉक्टर्स के पद हैं, जिसमें 18 ऐसे हैं जो कि लंबे समय से फरार चल रहे हैं. शासन स्तर पर समन्वय कर कार्रवाई करते हुए ऐसे चिकित्सकों की सेवाएं समाप्त की जाएगी. जिला सैनिक कल्याण निगम के द्वारा जो भवन बनाया जा रहा है, उसमें कुछ मामलों में जांच के आदेश दिए गए हैं.
-डॉ. रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा विभाग