प्रयागराजः साहित्य अकादमी पुरस्कार 2022 की गुरुवार को घोषणा की गयी है. इसमें हिंदी साहित्य के लिए प्रो. बद्री नारायण (Prayagraj writer Badri Narayan) को चुना गया है. हिंदी कविता संग्रह तुमड़ी के शब्द के लिए उन्हें साहित्य अकादमी सम्मान (Sahitya Akademi Award 2022) दिया जाएगा. प्रो बद्री नारायण को हिंदी साहित्य के लिए विशिष्ट योगदान देने के लिए केदार सम्मान भी दिया जा चुका है. उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार दिए जाने की जैसे ही घोषणा हुई उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया.
गोविंद बल्लभ पंत संस्थान के निदेशक प्रो बद्री नारायण को साहित्य जगत के उच्च सम्मान को दिए जाने की जानकारी मिलते ही प्रयागराज में उन्हें बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया. हिंदी साहित्य के क्षेत्र में विशेष योगदान देने के लिए प्रो. बद्री नारायण को पहले भी कई सम्मान मिल चुके हैं. गुरुवार को उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार दिए जाने की घोषणा से हिंदी साहित्यकारों में खुशी की लहर दौड़ गयी.
साहित्य अकादमी पुरस्कार के लिए प्रोफेसर बद्री नारायण का चयन होने से संगम नगरी का भी मान एक बार फिर बढ़ गया है.शिक्षा और साहित्य जगत से जुड़े हुए लोगों ने इस उपलब्धि के लिए प्रो बद्री नारायण को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. हिंदी के महान कवि सूर्य कांत त्रिपाठी निराला के प्रपौत्र कवि विवेक त्रिपाठी निराला ने कहाकि प्रयागराज महादेवी वर्मा, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला,और हरिवंश राय बच्चन जैसे महान साहित्यकारों की धरती रही है. साहित्य अकादमी पुरस्कार हासिल कर प्रो बद्री नारायण ने एक बार फिर से धर्म और साहित्य की नगरी प्रयागराज का साहित्य जगत में मान सम्मान बढ़ाया है. प्रो बद्री नारायण को यह सम्मान मिलने के बाद प्रयागराज के शिक्षा और साहित्य जगत से जुड़े लोगों का भी मान बढ़ा है. आपको बता दें कि साहित्य अकादमी की तरफ से हर साल 24 भारतीय भाषाओं में उत्कृष्ट पुस्तकों के लिए उनके लेखकों को सम्मान देती है.
'यह मेरे लिए काफी खुशी का क्षण'
साहित्य अकादमी पुरस्कार मिलने की जानकारी मिलने के बाद प्रो. बद्री नारायण काफी खुश व उत्साहित नजर आए. उन्होंने कहाकि यह उनके लिए काफी खुशी का क्षण है. इसके साथ ही उनका यह भी कहना है कि उन्हें यह सम्मान उस लेखनी के लिए मिला है जिसका श्रेय समाज के उन लोगों को जाता है जिनको देखकर या जिनके ऊपर उन्होंने यह कविताएं लिखी हैं.उन्होंने बताया कि तुमड़ी के शब्द नाम की जो कविता संग्रह है वह उनके चार सालों की कविताओं का संकलन है.इसमे भारतीय समाज के आम आदमी के जीवन संघर्ष को दार्शनिक लोक शब्दों के माध्यम से दर्शाया गया है. भारतीय समाज के मामूली इंसान के जीवन से जुड़ी तमाम कविताओं का संकलन तुमड़ी के शब्द में देखने को मिलेंगे. उनकी इस कविता संकलन को मिला सम्मान उनके और हिंदी भाषी कवियों के लिए गर्व की बात है.