प्रयागराज : जिले में साइबर ठगी (Cyber Crime) का अनोखा मामला सामने आया है. ठगी में शामिल दो शातिरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. ये ठग गरीब और बेरोजगार लोगों को डेढ़ हजार रुपये प्रतिमाह मिलने का लालच देकर उनसे उनका पहचान पत्र समेत अन्य कागजात ले लिया करते थे. जिसके बाद उन दस्तावेजों के आधार पर वे अलग-अलग बैंकों में खाता खुलवाकर उसमें ठगी की रकम को ट्रांसफर कर लिया करते थे. पुलिस के मुताबिक, ये साइबर ठग एक महीने के अंदर करोड़ों रुपये की ठगी कर चुके हैं.
एसपी क्राइम आशुतोष मिश्रा (SP Crime Ashutosh Mishra) ने बताया कि ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर (Online Money Transfer) करने वाली एक कंपनी नियर बाई पे (Near By Pay) ने कुछ दिनों पहले साइबर सेल (Cyber Cell) में शिकायत की थी कि कुछ खाते संदिग्ध लग रहे हैं, जिनसे लगातार पैसा ट्रांसफर हो रहा है. कंपनी ने इन खातों की जांच करने की मांग की थी. इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाना शुरू कर दिया, जिसके बाद दोनों शातिर धीरज पांडे और राहुल पांडे उसके हत्थे चढ़ गए. साइबर क्राइम टीम (Cyber Crime Team) के हत्थे चढ़े शातिर धीरज और राहुल नागालैंड में भी वांछित है. ठगी के खुलासे का पता चलते ही राहुल का भाई शुभम मुंबई भाग गया. इस गिरोह के अन्य सदस्य भी घर छोड़कर फरार हो चुके हैं.
एसपी क्राइम आशुतोष मिश्रा का कहना है कि ये बहुत बड़ा गिरोह है, जिसके ये मुख्य सरगना है. गिरफ्तार ठगों ने इस कंपनी के अलावा भी अन्य माध्यमों से ठगी को अंजाम दिया था. पुलिस ने इनके पास से नगदी रुपये, सैकड़ों आधार कार्ड, कई लोगों की आईडी सहित लैपटॉप और मोबाइल बरामद किए हैं.