लखनऊ : माफिया अतीक अहमद के छोटे भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ ने अपनी पत्नी जैनब के मायके के आसपास 10 हेक्टेयर जमीन जबरन औने पौने दाम में रजिस्ट्री करवा ली थी. चार दिन पहले रविवार को जब पुलिस ने जैनब के घर कुर्की की थी. उसी दौरान पुलिस को जमीन से जुड़े तमाम दस्तावेज मिले थे. जिससे पुलिस को इन जमीनों से जुड़ी जानकारी हासिल हुई है. पुलिस को पता चला है कि अशरफ ने पत्नी जैनब के नाम पर 10 हेक्टेयर के लगभग जमीन किसानों को डरा धमकाकर अपने परिचितों के नाम पर दर्ज करवा ली थी. इन जमीनों की खरीद फरोख्त में अशरफ का साथ उसके सालों ने भी दिया. जिनकी मदद से उसने जमीनों की रजिस्ट्री और कब्जा किया था. बहरहाल पुलिस इन सम्पत्तियों की भी जांच पड़ताल करने में जुट गई है. पुलिस की जांच में अशरफ से संबंधों की जानकारी की पुष्टि हुई तो पुलिस गैंगस्टर एक्ट के तहत अशरफ की संपत्तियों को कुर्क करने की कार्यवाही करेगी.
अतीक-अशरफ अपने करीबियों के नाम पर करवा रहे थे जमीन : माफिया अतीक अहमद के साथ ही उसका छोटा भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ भी गरीबों की जमीनों को हथियाने में जुटा हुआ था. बताया जा रहा है कि पुलिस ने तीन दिसम्बर को प्रयागराज के पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के हटवा और सल्लाहपुर इलाके में जांच पड़ताल की. पता चला कि जमीनों की खरीद फरोख्त गुंडई के बल पर की गी थी. उसने अपनी पत्नी के मायके हटवा इलाके और उसके पास ही सल्लाहपुर इलाके के गरीब किसानों को डरा धमका कर मनमानी कीमत पर उनकी जमीनों की रजिस्ट्री करवा ली थी. जिसकी जानकारी पुलिस को उस वक्त हुई है जब पुलिस ने अशरफ की पत्नी जैनब के मकान की कुर्की की थी. कुर्की के दौरान पुलिस को कई अहम दस्तावेज मिले जिनसे पता चला कि अशरफ अपनी पत्नी और सालों के कहने पर मायके और उसके आसपास के इलाकों में जमीन हथियाने में जुट गया था.
पत्नी और ससुरालवालों ने की मदद : खालिद अजीम उर्फ अशरफ ने कई गरीबों की जमीन को औने पौने दाम पर खरीद लिया था. अशरफ की पत्नी जैनब भी अतीक से अलग अपने पति का साम्राज्य बढ़ाना चाहती थी. जिसके लिए जैनब ने अपने भाई सद्दाम व अन्य के साथ मिलकर सल्लाहपुर और हटवा इलाके की जमीनों को अपने करीबियों के नाम पर करा लिया है. अशरफ के नाम पर उसके सालों ने गरीब किसानों को डर धमकाकर उनकी जमीनों को अपने करीबियों के नाम पर रजिस्ट्री करवा ली थी. जिसकी जानकारी पुलिस को 3 दिसम्बर की कुर्की के दौरान पता चली. इसके अलावा जैनब गैंग के लोगों ने वसूली भी की. पुलिस जैनब के घर से कुछ ऐसे साक्ष्य मिले हैं जिनसे पता चलता है कि वह रुपयों की किश्त हासिल करने के बाद उसकी रसीद भी देती थी. जैनब रसीद पर रकम प्राप्त किया और उसके नीचे जैनब फातिमा नाम से दस्तखत करती थी. जैनब की वसूली वाली पर्ची इन दिनों प्रयागराज में सोशल मीडिया में वॉयरल भी हो रही है.
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