प्रयागराज: हमेशा यह देखा गया है कि आवारा कुत्ते से संबंधित कई घटनाएं सामने आती रहती हैं, लेकिन संगमनगरी में नगर निगम स्ट्रीट डॉग के प्रजनन रोकने का काम सिर्फ कागजों पर कर रहा है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और बयां कर रही है. नगर निगम द्वारा हर साल टेंडर तो निकाल दिया जाता है और टीम भी बना दी जाती है, लेकिन स्ट्रीट डॉग की संख्या में कमी नहीं देखी जा रही है.
स्थानीय निवासी प्रद्युम्न कुमार ने बताया कि आवारा कुत्तों की वजह से राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. रोड पर चलते समय स्ट्रीट डॉग की वजह से दुर्घटनाएं अधिक होती हैं. स्ट्रीट डॉग की बढ़ रही संख्या को कंट्रोल करने के लिए जिला प्रशासन और नगर निगम प्रशासन को ठोस कदम उठाने चाहिए.
बच्चों को है खतरा
स्थानीय वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि आवारा कुत्ते प्रयागराज की बहुत बड़ी समस्या हैं. इस समस्या को कंट्रोल करने के लिए नगर निगम को आगे आना होगा. नगर निगम की टीम सिर्फ विभाग में ही बैठकर काम करती है. कागज़ों में प्रजनन रोकने और कुत्तों की नसबंदी करने काम होता है, लेकिन जमीनी स्तर पर कुछ नहीं होता. आवारा कुत्ते 24 घंटे सड़क पर टहलते रहते हैं, जिससे छोटे-छोटे बच्चों को अधिक खतरा रहता है.
नगर निगम चलाएगा स्ट्रीट डॉग बर्थ कंट्रोल अभियान
नगर आयुक्त रवि रंजन ने बताया कि नगर निगम की टीम स्ट्रीट डॉग को लेकर पूरी तरह से अलर्ट मोड पर काम कर रही है. स्ट्रीट डॉग को कंट्रोल करने के लिए हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन अनुसार, स्ट्रीट डॉग बर्थ कंट्रोल अभियान चलाया जाएगा. इसके लिए टेण्डर निकाल दिया गया है और बहुत जल्द यह भी प्रकिया पूरी करके स्ट्रीट डॉग का बर्थ कंट्रोल किया जाएगा.
समस्याओं का किया जा रहा है निस्तारण
नगर आयुक्त रवि रंजन ने बताया कि नगर निगम के टोल फ्री नंबर पर जो शिकायत स्ट्रीट डॉग से जुड़ी आती है तो, उसका निस्तारण टीम द्वारा तत्काल किया जाता है. स्ट्रीट डॉग समस्याओं को निस्तारण करने के लिए दो टीम लगाई गई है जो समय-समय पर लोगों की समस्याओं को दूर करने का काम करते हैं.