प्रयागराज : संगम तट पर 6 जनवरी 2023 से माघ मेला (prayagraj Magh Mela 2023) शुरू रहा है. मेले से पहले प्रयागराज के कमिश्नर और माघ मेला अधिकारी ने सोमवार को साधु संतों के साथ मिलकर गंगा पूजा की (officers offered puja to Ganga). अफसरों ने संगम तट पर मां गंगा की पूजा की. इस मौके पर कमिश्नर विजय विश्वास पंत ने कहा कि यह पूजा माघ मेले को सकुशल संपन्न होने की कामना के साथ की गई है. मेलाधिकारी अरविंद चौहान ने बताया कि सीएम योगी ने माघ मेला को कुंभ के रिहर्सल के तौर पर आयोजित करने को कहा है. सीएम के निर्देश के हिसाब से ही माघ मेले की तैयारियां की जा रहीं हैं.
माघ मेले की शुरुआत पौष पूर्णिमा के स्नान पर्व पर 6 जनवरी 2023 के दिन से होगी. साथ ही 5 फरवरी को माघी पूर्णिमा के साथ मेले के कल्पवास की समाप्ति हो जाएगी जबकि 18 फरवरी को महा शिवरात्रि के साथ माघ मेले की औपचारिक समाप्ति हो जाएगी. सोमवार को मेला प्रशासन से जुड़े अधिकारियों ने साधु संतों के साथ विधि विधान से मंत्रोच्चार के बीच मेला गंगा पूजन किया. इस दौरान अफसरों ने त्रिवेणी तट पर मां गंगा का दूध दही समेत पंचामृत से अभिषेक किया. सभी ने मिलकर मां गंगा की आरती उतारी.
बता दें कि संगम नगरी प्रयागराज में पौराणिक महत्व वाला माघ मेला सदियों से लगता चला आ रहा है. मेला शुरू होने से पहले गंगा पूजा करने की परंपरा भी रही है. इसके तहत माघ मेला शुरू होने से पहले से मेला अधिकारी और जिले के जिम्मेदार अफसर एक साथ गंगा पूजा करते रहे हैं. मेले के लिए जिम्मेदार अफसर मां गंगा को नारियल चुनरी का भेंट चढ़ाकर कामना करते हैं कि वह अपनी गोद में आयोजित होने वाले आगामी मेले को सकुशल रूप से बगैर किसी बाधा के संपन्न करवाएं.
कुंभ मेले के रिहर्सल के रूप में होगा माघ मेला : माघ मेला के प्रभारी अधिकारी अरविंद कुमार चौहान का कहना है कि 24 नवंबर को सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज मेला प्राधिकरण के अफसरों के साथ कुंभ 2025 की तैयारियों को लेकर बैठक की थी. बैठक में सीएम ने 2023 और 2024 के माघ मेले को कुंभ 2025 के रिहर्सल के रूप आयोजित करने के निर्देश दिए थे. यही वजह की 2023 और 2024 के माघ मेले में कुंभ 2025 के पहले की तैयारियां की जाएंगी.
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