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प्रयागराज: मौनी अमावस्या को लेकर प्रशासन ने किए सुरक्षा के कड़े इंतजाम

यूपी के प्रयागराज में माघ मेले के प्रमुख स्नान पर्व मौनी अमावस्या को लेकर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है. लाखों की संख्या में श्रद्धालु संगम नगरी पहुंच रहे हैं. वहीं प्रशासन ने भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं.

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Published : Jan 24, 2020, 2:13 AM IST

प्रयागराज: मौनी अमावस्या के लिए माघ मेले में श्रद्धालुओं का आगमन कल से ही शुरू हो गया था. मेला प्रशासन द्वारा मौनी अमावस्या स्नान पर्व को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. यातायात व्यवस्था के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं. गुरुवार से ही संगम नगरी में श्रद्धालुओं का जनसैलाब देखने को मिल रहा है. सिर पर गठरी लिए हुए श्रद्धालु एक ही भाव के साथ संगमघाट पहुंच रहे हैं.

प्रशासन ने सुरक्षा के किए कड़े इंतजाम.

सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम
मौनी अमावस्या स्नान पर्व को लेकर मेला प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं. संगम जाने के लिए रूट डायवर्ट भी किया गया है. इसके साथ ही स्नान पर्व के चलते मेला क्षेत्र में भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से रोक दिया गया है. मेला क्षेत्र में बने सभी घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं. इसके साथ ही घाटों की मरम्मत के साथ ही जल पुलिस और एनडीआरएफ के जवान तैनात किए गए हैं.

मौनी अमावस्या स्नान का है विशेष महत्व
बहराइज से आए श्रद्धालु खुशी राम यादव ने कहा कि आज हम लोगों ने गंगा में स्नान किया है. इसका भी अपना महत्व है. शुक्रवार सुबह से मौनी अमावस्या शुरू हो जाएगा, इसलिए संगम में स्नान करेंगे. मौनी अमावस्या पर्व पर स्नान करने का प्रमुख महत्व होता है. वहीं, बिहार के मधुबनी से आए प्रेमकान्त मिश्र ने बताया कि मौनी अमावस्या के एक दिन पहले चतुर्दशी का स्नान किया है. शुक्रवार को संगम घाट पहुंचकर मौनी अमावस्या का भी स्नान करेंगे.

ये भी पढ़ें:प्रयागराज: संत सम्मेलन में उठेगा संस्कृत के प्रचार-प्रसार का मुद्दा

प्रयागराज: मौनी अमावस्या के लिए माघ मेले में श्रद्धालुओं का आगमन कल से ही शुरू हो गया था. मेला प्रशासन द्वारा मौनी अमावस्या स्नान पर्व को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. यातायात व्यवस्था के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं. गुरुवार से ही संगम नगरी में श्रद्धालुओं का जनसैलाब देखने को मिल रहा है. सिर पर गठरी लिए हुए श्रद्धालु एक ही भाव के साथ संगमघाट पहुंच रहे हैं.

प्रशासन ने सुरक्षा के किए कड़े इंतजाम.

सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम
मौनी अमावस्या स्नान पर्व को लेकर मेला प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं. संगम जाने के लिए रूट डायवर्ट भी किया गया है. इसके साथ ही स्नान पर्व के चलते मेला क्षेत्र में भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से रोक दिया गया है. मेला क्षेत्र में बने सभी घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं. इसके साथ ही घाटों की मरम्मत के साथ ही जल पुलिस और एनडीआरएफ के जवान तैनात किए गए हैं.

मौनी अमावस्या स्नान का है विशेष महत्व
बहराइज से आए श्रद्धालु खुशी राम यादव ने कहा कि आज हम लोगों ने गंगा में स्नान किया है. इसका भी अपना महत्व है. शुक्रवार सुबह से मौनी अमावस्या शुरू हो जाएगा, इसलिए संगम में स्नान करेंगे. मौनी अमावस्या पर्व पर स्नान करने का प्रमुख महत्व होता है. वहीं, बिहार के मधुबनी से आए प्रेमकान्त मिश्र ने बताया कि मौनी अमावस्या के एक दिन पहले चतुर्दशी का स्नान किया है. शुक्रवार को संगम घाट पहुंचकर मौनी अमावस्या का भी स्नान करेंगे.

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Intro:प्रयागराज: कल है मौनी अमावस्या का तीसरा प्रमुख स्नान, माघ मेले में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब

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प्रयागराज: माघ मेले का तीसरा सबसे प्रमुख स्नान मौनी अमावस्या कल है. माघ मेले में सुबह से ही श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया है. मेला प्रशासन द्वारा मौनी अमावस्या स्नान पर्व को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है. यातायात व्यवस्था के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं. आज से ही संगमनगरी में श्रद्धालुओं का जनसैलाब देखने को मिल रहा है. सिर पर गठरी लिए हुए भक्त एक ही भाव के साथ संगमघाट पहुंच रहे हैं. कल सुबह से ही संगमनोज पर कल्पवासी और श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाना शुरू हो जाएगा.




Body:सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम

माघ मेले में मौनी अमावस्या स्नान पर्व को लेकर मेला प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं. संगमनोज जाने के लिए रूट डायवर्ट भी किया गया है. इसके साथ ही स्नान पर्व चलते मेला क्षेत्र में भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से रोक दिया गया है. माघ मेला क्षेत्र में बने सभी घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं. इसके साथ ही घाटों की मरम्मत के साथ ही जल पुलिस और एनडीआरएफ जवान तैनात किए गए हैं.


Conclusion:लाखों की संख्या में संगमनगरी पहुंचे श्रद्धालु

मौनी अमावस्या स्नान पर्व को लेकर संगमनगरी में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन हो गया है. जिस तरह से मकरसंक्रांति पर 60 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी उसी तरह से मौनी अमावस्या पर 1 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी संगम नोज पर लगाने की संभावना मेला प्रशासन द्वारा किया गया है.

मौनी अमावस्या स्नान पर्व का है प्रमुख महत्व

बहराइज जिला से आये श्रद्धालु ख़ुशी राम यादव ने कहा कि आज हम लोगों ने गंगा में स्नान किया है इसका भी अपना महत्व है. कल सुबह से मौनी अमावस्या शुरू हो जाएगा इसलिए कल संगम में स्नान करेंगे. मौनी अमावस्या पर्व पर स्नान करने का प्रमुख महत्व होता है.

बिहार मधुबनी से आए प्रेम कांत मिश्र ने जानकारी देते हुए बताया मौनी अमावस्या के एक दिन पहले चतुर्दशी पड़ता है तो इसलिए बिहार से हम लोग आए हैं. आज चतुर्दशी का स्नान किया है और कल मौनी पूर्णिमा का भी स्नान संगम घाट पहुंचकर करेंगे.

बाईट-1- खुशी राम यादव, श्रद्धालु

बाईट-2- प्रेमकांत मिश्र, श्रद्धालु
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