प्रयागराज: मौनी अमावस्या के लिए माघ मेले में श्रद्धालुओं का आगमन कल से ही शुरू हो गया था. मेला प्रशासन द्वारा मौनी अमावस्या स्नान पर्व को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. यातायात व्यवस्था के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं. गुरुवार से ही संगम नगरी में श्रद्धालुओं का जनसैलाब देखने को मिल रहा है. सिर पर गठरी लिए हुए श्रद्धालु एक ही भाव के साथ संगमघाट पहुंच रहे हैं.
सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम
मौनी अमावस्या स्नान पर्व को लेकर मेला प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं. संगम जाने के लिए रूट डायवर्ट भी किया गया है. इसके साथ ही स्नान पर्व के चलते मेला क्षेत्र में भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से रोक दिया गया है. मेला क्षेत्र में बने सभी घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं. इसके साथ ही घाटों की मरम्मत के साथ ही जल पुलिस और एनडीआरएफ के जवान तैनात किए गए हैं.
मौनी अमावस्या स्नान का है विशेष महत्व
बहराइज से आए श्रद्धालु खुशी राम यादव ने कहा कि आज हम लोगों ने गंगा में स्नान किया है. इसका भी अपना महत्व है. शुक्रवार सुबह से मौनी अमावस्या शुरू हो जाएगा, इसलिए संगम में स्नान करेंगे. मौनी अमावस्या पर्व पर स्नान करने का प्रमुख महत्व होता है. वहीं, बिहार के मधुबनी से आए प्रेमकान्त मिश्र ने बताया कि मौनी अमावस्या के एक दिन पहले चतुर्दशी का स्नान किया है. शुक्रवार को संगम घाट पहुंचकर मौनी अमावस्या का भी स्नान करेंगे.
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