प्रयागराज: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार पर किसान और नौजवान विरोधी होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा है कि केंद्र की मोदी सरकार किसानों की उपज का दोगना मूल्य देने का वायदा कर सत्ता में आई थी, लेकिन किसानों की उपज का समर्थन मूल्य न बढ़ने से सबसे ज्यादा किसान यूपी में आत्महत्या कर रहे हैं.
प्रमोद तिवारी ने शनिवार को अपने आवास पर प्रेसवार्ता कर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि किसानों को आत्महत्या की पीड़ा से बचाने के लिए कांग्रेस ने चरणबद्ध तरीके से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के नेतृत्व में किसान आंदोलन की शुरुआत की है. इसके तहत 17 मार्च तक प्रदेश भर में किसान जन जागरण के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. शनिवार 8 फरवरी से हर जिले में इस अभियान की शुरुआत हो रही है.
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इस कड़ी में 3 मार्च को प्रदेश भर में तहसीलों का घेराव और 6 मार्च को सभी जिलों में डीएम का घेराव किया जाएगा. वहीं 17 मार्च को लखनऊ में किसान मार्च के साथ किसान आंदोलन का समापन होगा. प्रमोद तिवारी ने कहा कि देश 46 वर्षों में सबसे बड़े बेरोजगारी के दौर से गुजर रहा है, लेकिन केंद्र व राज्य सरकार के पास किसानों और नौजवानों के लिए कोई ठोस योजना नहीं है.
प्रमोद तिवारी ने आरोप लगाया है कि एक ओर जहां किसानों को उनकी उपज की सही कीमत और सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं, वहीं इंश्योरेंस कंपनियों के खजाने भरने का काम केंद्र सरकार कर रही है. उन्होंने कहा कि आज फर्टिलाइजर, बिजली, पानी, बीज और मजदूरी सभ कुछ महंगा हो रहा है, जिससे किसानों की लागत भी बढ़ी है. लेकिन उन्हें उनकी उपज की सही कीमत न मिलने से उनकी आर्थिक हालत बेहद कमजोर हो रही है.