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शिक्षक पढ़ाने में सरल से सरल भाषा का करें प्रयोग: डॉ. मुरली मनोहर जोशी

प्रयागराज के भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान में आयोजित भौतिकी के 34वें राष्ट्रीय वार्षिक सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि मुरली मनोहर जोशी शिरकत करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने शिक्षकों से पढ़ाने के तरीके में सरल से सरल भाषा प्रयोग करने की अपील की.

भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान में भौतिकी सम्मेलन का आयोजन.
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Published : Oct 13, 2019, 8:29 PM IST

प्रयागराज: जिले के भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान में रविवार को इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजिक्स टीचर आईएफटी के 34वें राष्ट्रीय वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया गया. इसमें बतौर मुख्य अतिथि पद्मभूषण प्रोफेसर मुरली मनोहर जोशी शिरकत करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि यदि विज्ञान में हमें नोबेल पुरस्कार हासिल करना है तो हमें विज्ञान में मूल चिंतन एवं मौलिकता पैदा करनी होगी.

भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान में भौतिकी सम्मेलन का आयोजन.

डॉ. जोशी ने शिक्षण में नए तरीकों के प्रयोग पर दिया बल
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि देश के विभिन्न संस्थानों से आए हुए भौतिक विज्ञान के शिक्षकों से आग्रह करूंगा कि अपने शिक्षण में सरल से सरल भाषा का प्रयोग करें, जिससे छात्र उसे आसानी से समझ सके. उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि हर वर्ष नए तरीके से पढ़ाना चाहिए और हमेशा नए विचार का समावेश करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें प्रकृति को समझना होगा. तरंग, ध्वनि, लहर और पशु पक्षियों की बोलियों को उन्होंने विज्ञान से जोड़ते हुए बताया.

इसे भी पढ़ें- अब प्रयागराज में भी होगी रेलवे क्लेम की सुनवाई, कल होगा उद्घाटन

उद्घाटन अवसर पर भारती सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक प्रोफेसर पी नागभूषण ने कहा कि शिक्षण और समझ दोनों ही इंजीनियरिंग संस्थान में प्रवेश के लिए जरूरी हैं.

प्रयागराज: जिले के भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान में रविवार को इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजिक्स टीचर आईएफटी के 34वें राष्ट्रीय वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया गया. इसमें बतौर मुख्य अतिथि पद्मभूषण प्रोफेसर मुरली मनोहर जोशी शिरकत करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि यदि विज्ञान में हमें नोबेल पुरस्कार हासिल करना है तो हमें विज्ञान में मूल चिंतन एवं मौलिकता पैदा करनी होगी.

भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान में भौतिकी सम्मेलन का आयोजन.

डॉ. जोशी ने शिक्षण में नए तरीकों के प्रयोग पर दिया बल
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि देश के विभिन्न संस्थानों से आए हुए भौतिक विज्ञान के शिक्षकों से आग्रह करूंगा कि अपने शिक्षण में सरल से सरल भाषा का प्रयोग करें, जिससे छात्र उसे आसानी से समझ सके. उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि हर वर्ष नए तरीके से पढ़ाना चाहिए और हमेशा नए विचार का समावेश करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें प्रकृति को समझना होगा. तरंग, ध्वनि, लहर और पशु पक्षियों की बोलियों को उन्होंने विज्ञान से जोड़ते हुए बताया.

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उद्घाटन अवसर पर भारती सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक प्रोफेसर पी नागभूषण ने कहा कि शिक्षण और समझ दोनों ही इंजीनियरिंग संस्थान में प्रवेश के लिए जरूरी हैं.

Intro:यदि विज्ञान में हमें नोबेल पुरस्कार हासिल करना है तो हमें विज्ञान में मूल चिंतन एवं मौलिकता पैदा करना होगा बहुत की प्रकृति के बिल्कुल करीब है विज्ञान को और सरल बनाने की जरूरत है साथ ही साथ इसे आम आदमी के जीवन के उदाहरण से जोड़ना होगा यह बातें आज भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान प्रयागराज में आयोजित इंडियन एसोसिएशन आफ फिजिक्स टीचर आईएफटी के 34 वें राष्ट्रीय वार्षिक सम्मेलन में पद्मभूषण प्रोफेसर मुरली मनोहर जोशी पूर्व केंद्रीय मंत्री मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार ने बतौर मुख्य अतिथि अपना संबोधन देते हुए कहा।


Body:कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रोफेसर जोशी ने कहा कि देश के विभिन्न संस्थानों से आए हुए भौतिक विज्ञान के शिक्षकों आपसे यह आग्रह करूंगा कि अपने शिक्षण में सरल से सरल भाषा का प्रयोग करें जिससे छात्र उसे आसानी से समझ सके और उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि हर वर्ष नए तरीके से पढ़ाना चाहिए और हमेशा नवाचार का समावेश करना चाहिए उन्होंने बहुत कि को पंचमहाभूत बताते हुए इसे अपने प्राचीन ज्ञान से जोड़कर देखने पर बल दिया उन्होंने कहा कि हमें प्रकृति को समझना होगा तरंग ध्वनि लहर पशु पक्षियों की बोलियां आज के बारे में उन्होंने विज्ञान से जोड़ते हुए बताया।


Conclusion:उद्घाटन अवसर पर भारती सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक प्रोफेसर नागभूषण ने अपने व्याख्यान में भारतीय शिक्षा प्रणाली में विद्यमान कमियों की ओर सबका ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि छात्रों को भौतिक और रसायन विज्ञान को इतनी शक्ति से क्यों पढ़ाया जा रहा है जब शिक्षण और समझ दोनों ही एक इंजीनियर संस्थान में प्रवेश के लिए हैं।

बाईट -प्रो पी नागभूषण निदेशक ट्रिपल आई टी
बाईट: के पी सिंह आयोजन सचिव भौतिकी सम्मेलन

प्रवीण मिश्र
प्रयागराज।
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