प्रयागराज: उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की पीसीएस 2022 की परीक्षा का फाइनल परिणाम शुक्रवार की शाम को जारी किया गया. जिसमें प्रदेश भर के तमाम जिलों के अभ्यर्थियों की सफलता मिली है. सफल अभ्यर्थी ने अपनी-अपनी कामयाबी का श्रेय परिवार और शिक्षकों को दे रहे हैं. वहीं, प्रयागराज के एक सफल अभ्यर्थी ने अपनी सफलता का श्रेय सीएम योगी आदित्यनाथ को दिया है. जिसके पीछे मुख्य वजह है कि सीएम की तरफ से शुरू करवाई गयी अभ्युदय कोचिंग योजना है. जहां पर काबिल शिक्षकों के द्वारा गरीब कमजोर तबके के छात्रों को बेहतरीन स्तर की शिक्षा दी जाती है. अभ्युदय कोचिंग योजना का लाभ लेकर प्रयागराज के राज सोनकर ने डिप्टी एसपी की रैंक हासिल की है.
योगी सरकार ने गरीबों के लिये शुरु की थी अभ्युदय कोचिंग: दो साल पहले शुरू की गई सीएम की इस योजना से गरीब परिवार में जन्मे राज सोनकर ने पीसीएस की परीक्षा में सफलता हासिल कर ली है. प्रयागराज के राज सोनकर ने साल भर पहले अभ्युदय कोचिंग में दाखिला लिया था. जहां पर उन्होंने मेहनत और लगन के साथ परीक्षा की तैयारी की. जिसका नतीजा शुक्रवार को यूपी लोकसेवा आयोग द्वारा जारी किये गये रिजल्ट में देखने को मिला. जिसमें राज सोनकर ने मेरिट में स्थान बनाकर डीएसपी का पद हासिल किया है. जैसे ही राज के डीएसपी बनने की जानकारी उनके घर और अभ्युदय कोचिंग में पढ़ने वाले छात्र और शिक्षकों को पता चली तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. सभी ने राज सोनकर को ढेरों सारी बधाई और शुभकामनाएं दी.
समाज कल्याण विभाग ने दी बधाई: समाज कल्याण विभाग की तरफ से प्रेस विज्ञप्ति जारी करके बताया गया कि राज सोनकर ने 2021-22 सत्र में अभ्युदय कोचिंग में रजिस्ट्रेशन करवाया था. शुक्रवार को यूपी लोकसेवा आयोग की तरफ से जारी परीक्षा परिणाम में राज सोनकर ने 85 वां स्थान हासिल करते हुए उपाधीक्षक पद के लिये चयनित हुए हैं.
राज सोनकर ने सफलता का श्रेय मुख्यमंत्री को दिया: यूपी लोकसेवा आय़ोग की पीरसीएस 2022 की परीक्षा में डिप्टी एसपी की रैंक हासिल करने वाले राज सोनकर ने अपनी सफलता का श्रेय यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को दिया है. उनका कहना है कि अभ्युदय कोचिंग में शिक्षा हासिल करके उन्होंने इतने बड़े लक्ष्य को हासिल किया है. उनका कहना है कि इस सफलता के पीछे कोचिंग के शिक्षकों की मेहनत और माता पिता के आशीर्वाद का भी योगदान रहा है. लेकिन, सबसे महत्वपूर्ण योगदान सीएम योगी का है. क्योंकि उनकी दूरदर्शिता की वजह से ही अभ्युदय कोचिंग की शुरुआत की गयी है. जहां से सकारात्मक परिणाम आने की शुरुआत भी हो गई है.
यह भी पढ़ें:UP PCS Result: चंदौली के चंद्रप्रकाश बने एसडीएम, जानिए प्रधान से अफसर बनने तक की कहानी