प्रयागराज: माघ मास का चौथा स्नान पर्व बसंत पंचमी में त्रिवेणी संगम सहित सभी प्रमुख स्नान घाटों पर लगभग 30 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई. प्रमुख स्नान पर्व के मद्देनजर गुरुवार अलसुबह से ही श्रद्धालुओं ने संगम में पुण्य लाभ के लिए डुबकी लगानी शुरू कर दी थी, जिसका सिलसिला देर शाम तक चलता रहा.
बसंत पंचमी का मुहूर्त बुधवार से ही लग गया था, जिसके चलते दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं ने बुधवार से ही संगम में आस्था की डुबकी लगानी शुरू कर दी थी. प्रमुख स्नान पर्व के मद्देनजर सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किये गए थे. माघ मेले में वाहन का दबाव न बढ़े. इसके लिए एक दिन पूर्व चार पहिया वाहन के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. स्नान पर्व के मद्देनजर सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में लगभग आठ किलोमीटर दायरे में 20 स्नान घाट बनाये गए थे, जिससे आसानी से स्नान किया जा सके.
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वहीं ठंड कम और मौसम साफ होने के चलते सभी प्रमुख स्नान घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली. मेला प्रशासन द्वारा गंगा की स्वच्छता और निर्मलता के लिए आने वाले श्रद्धालुओं से गंगा नदी में गंदगी न करने फूल माला न चढ़ाने की अपील कर रहे थे. इसके लिए जगह-जगह पर स्वच्छता कर्मी टोली बनाकर टहल रहे थे.
प्रभारी मेला अधिकारी रजनीश मिश्र ने बताया कि बसंत पंचमी स्नान पर्व पर गुरुवार को 30 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई. प्रमुख स्नान पर्व के मद्देनजर सभी स्नान घाट पर साफ सफ़ाई और बैरिकेटिंग लाइन पर विशेष ध्यान दिया गया था.